एसईसीएल के छाल खदान में वाहनों से अवैध वसूली, एसपी से शिकायत
रायगढ़। ट्रेलर मालिक कल्याण संघ द्वारा स्थानीय ग्रामीणों पर किए गए उपकार को भूला कर अब उसे वसूली का जरिया बना लिया गया है। एसईसीएल के छाल खदान में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा ग्रामीणों का सहारा लेकर वाहनों से अवैध वसूली कर रहे हैं। जिसका विरोध करने पर वो दबंगई दिखा रहे हैं। संघ के सदस्यों ने मामले की शिकायत एसपी से की है।
संघ के सदस्यों ने बताया कि रायगढ़ जिला ट्रेलर मालिक कल्याण संघ एक पंजीकृत सामाजिक संस्था है। यह संस्था पूरे जिले में गाड़ी मालिकों के लिए उचित भाड़ा, समान भाड़ा के साथ-साथ जिले में होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रशासन के दिशा निर्देश पर कदम से कदम मिलाकर पिछले कई वर्षों से लगातार काम कर रही है। इनकी गाडिय़ा एसईसीएल के सरकारी खदानों से लोडिंग करके जिले के अलग-अलग प्लांटों में खाली करने जाती है। संस्था के सदस्यों ने बताया कि वर्ष 2007-2008 से छाल खदान संचालित हो रही है। उस समय एसईसीएल द्वारा ग्रामीणों को रोजगार न प्रदान की स्थिति में मानवतावश गाड़ी मालिकों द्वारा 20 रुपए प्रति गाड़ी ग्रामीणो को तिरपाल बाधने के नाम से दिया जाना चालू किया गया था। ताकि की उनका भी परिवार चल सके, लेकिन इस उपकार को उन्होंने कमाई का जरिया बना लिया और उनके द्वारा 100 प्रति गाड़ी कर दिया गया। वहीं पिछले 15-20 दिनो से इनके द्वारा 200 रुपए प्रति गाड़ी वसूली चालू कर दी गई है। जबकि सभी प्रभावित लोगों के परिवार को एसईसीएल द्वारा रोजगार उपलब्ध करा दिया गया है। ऐसे में इस तरह वसूली करना बिल्कुल भी जायज नहीं है।
विरोध करने पर रोक दी गाडिय़ां
संघ के सदस्यों ने बताया कि 25 जून को जब गाड़ी मालिकों ने 200 रुपए प्रति गाड़ी देने से इंकार किया तो इस वसूली को बढ़ावा देने वाले कुछ दबंगों द्वारा भारी संख्या में ग्रामीणो को इक करके खदान गेट पर इनकी गाडिय़ों को रोक कर काफी हो-हंगामा मचाया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी गाड़ी मालिक वहां से निकलना ही उचित समझे और छाल थाना जाकर इस अवैध वसूली के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए आवेदन भी दिया। खास बात यह है कि दो दिन बीत जाने के बाद भी स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। यही कारण है कि संघ द्वारा मामले की शिकायत एसपी से की गई है।