कंठ को तर करने के लिए दिन भर लोग पेयजल के लिए रहे परेशान, 16 टैंकरों से जलापूर्ति भी रहा बेअसर
रायगढ़। नवतपा में सूरज देवता का प्रकोप जमकर कहर बरपाया है। शहर से लेकर ग्रामीण अंचल के लोग गर्मी से बेहाल हो गए, लू और डी हाइड्रेशन का शिकार हो गए। इस बीच रही सही कसर विद्युत आपूर्ति और इससे उपजे पेजयल ने दोनो जिम्मेदार विभाग नगर निगम प्रशासन तथा बिजली विभाग की पोल को खोलकर रख दिया। आलम यह रहा कि शनिवार से लोगो को पेयजल के लिए बूंद बूंद का मोहताज होना पड़ रहा है।
गौरतलब हो कि शहर के 48 वार्ड में निवासरत ढाई लाख लोगों का जनजीवन बेतहाशा गर्मी से प्रभावित हो गया है, जिसमें चढ़ता पारा हर बार की तरह लोगों पानी के समस्याओं से जूझने को मजबूर कर दिया। दूसरी तरफ नवतपा के 8 वें दिन में मौसम का मिजाज बदल गया आंधी तूफान बारिश ने मानो एक तरह से राहत देने की बजाए कहर बरसा दिया। इससे पहले से ही बिहार विद्युत आपूर्ति और बढ़ाहल हो गई जिसके चलते अमृत मिशन का नल जल कनेक्शन पूरी तरह से थप्पड़ गया यह स्थिति शहर के सभी वार्डों में उपज गई जिसकी वजह केवल टंकी में पानी नहीं विद्युत आपूर्ति बिना नही चढ़ पाना बताया गया।
इन परिस्थितियों में
नगर निगम प्रशासन टेंकर के साहरे वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए पानी की आपूर्ति बनाये रखता है लेकिन वह भी इस भीषण गर्मी आंधी तूफान में ध्वस्त हो गया। जिसमे किसी भी वार्ड में पानी की समस्या से लोगो को राहत नही दिला पाए। जिसमे निगम के 48 वार्ड की जनता को पानी की सप्लाई करने महज टूटे फूटे 16- 17 पानी टैंकर है।
यह त्रासदी के तौर पर शहर वासियों के लिए गुजर रहा है जिसमें समुचित व्यवस्था बनाने में निगम प्रशासन पूरी तरह से विफल रही है जिसके चलते पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है इस तरह विद्युत आपूर्ति भी बदहाल हो गई है जिसका दंश लोग उठा रहे हैं।
फैक्ट फाइल
पानी टैंकर 16
पानी टंकी 22 छोटी बड़ी
शहर की आबादी लगभग ढाई लाख
जलकर टैक्स 200 रुपये प्रतिमाह (घरेलू कनेक्शन न्यूनतम दर)
प्रतिवर्ष जलकर राजस्व मांग 479.97 लाख रूपए
वर्सन
शहर सरकार व नगर निगम की महती जवाबदेही है जनता को पानी व अन्य मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करना। गर्मी में पानी की समस्या उतपन्न होती है। शहर सरकार निगम प्रशासन पूरी तरह से फेल है, हमारे वार्ड में इस तरह की समस्या लंबे समय से है।
सोमेश साहू , पार्षद
वर्जन
अमृत मिशन से नल कनेक्शन घर मे दिया गया पानी समय समय पर ही मिलता है वह भी जरूरत से कम आपूर्ति होती है। वर्तमान में बिजली के चलते पानी की समस्या उतपन्न हो गई है। लेकिन इसे दुरुस्त करने में अधिकारियों द्वारा दिलचस्पी नही दिखा रहे है।
दिलमती बाई ,कायाघाट रहवासी