उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा, मॉनसून सत्र के पहले ही दिन अचानक से दे दिया त्याग पत्र
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रपति को लिखे गए पत्र में उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संंबंधी जरूरतों को देखते हुए उन्हें पद छोड़ना पड़ रहा है। उनके इस प्रकार इस्तीफा देने से भारतीय राजनीति में काफी हलचल देखी जा रही है हर कोई हैरान है कि आखिर ऐसी क्या वजह हुई..? जिससे उन्हें अचानक से इस्तीफा देना पड़ गया।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं। राष्ट्रपति को लिखे गए त्यागपत्र में उन्होंने महामहिम का आभार जताया है।
तीन साल पहले 6 अगस्त को उन्होंने उपराष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभाली थी। उन्होंने देश के 14वें उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी। उपराष्ट्रपति बनने से पहले धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। इसके अलावा वह 1989 से 1991 तक झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे। वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में वह केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं।
धनखड़ का जन्म राजस्थान के झुंझुनू जिले में 18 मई 1951 को हुआ था। उनकी शुरुआती शिक्षा गांव में ही हुई। बाद में वह पढ़ने के लिए चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल चले गए। सेना में अफसर बनने के लिए एनडीए में उनका चयन हो गया था। इसके बाद भी उन्होंने आगे पढ़ाई करने का रास्ता चुना। राजस्थान विश्वविद्यालय से स्नातक करने केबाद उन्होंने कानून की पढ़ाई की। जयपुर में रहकर उन्होंने लंबे समय तक वकालत की।