मिट्टी डलवाकर फ्लाईऐश के दाग मिटा रहा पर्यावरण विभाग
खेतों से लेकर जंगल और सडक़ किनारे डंप करने की 27 शिकायतों पर की कार्रवाई
अमित शर्मा जनकर्म न्यूज
रायगढ़। जिले में जनदर्शन से लेकर पर्यावरण विभाग तक फ्लाईऐश के अवैध भंडारण की शिकायतें पहुंच रही हैं लेकिन विभाग के अनुसार
जिले में किसी भी वन भूमि और कृषि भूमि में फ्लाईऐश का भंडारण नहीं मिला है। उद्योग नगरी में कंपनियों से विभाग का ये दोस्ताना ही है,जिसमें ऐसे मामलों को सडक़ व खेत से लगी जमीन पर भंडारण बताकर और फिर उसमें मिट्टी डलवाकर फ्लाईऐश के काले दाग मिटाए जा रहे हैं।
उद्योग नगरी में कंपनियां फ्लाईऐश को ठिकाने लगाने के लाख जतन कर रही हैं। ऐश डाइक प्लांट से लेकर माइंस फिलिंग और दूसरे कामों में फ्लाईऐश का निराकरण दिखाने के अलावा शार्ट कट भी निकाला जा रहा है। यही कारण है कि कलेक्टर जनदर्शन से लेकर पर्यावरण विभाग और विभिन्न अफसरों तक फ्लाईऐश के अवैध भंडारण की शिकायत पहुंच रही है और कंपनियां व ट्रांसपोर्टर मनमाने तरीके से गांवो में किसानों के खेत व घरों से लेकर एनएच व सडक़ किनारे भी फ्लाईऐश डंप कर रहे हैं लेकिन ऐसी शिकायतों में पर्यावरण विभाग संबंधित कंपनी द्वारा मिट्टी डलवाकर समतलीकरण करा देने का बहाना बनाकर फ्लाईऐश के दाग मिटवा रहा है। पर्यावरण विभाग ने बीते दो सालों में ऐसी 27 शिकायतों पर इसी तरह से कार्रवाई की है और कुछ मामलों में कंपनियों पर पेनाल्टी भी की है। विस में गोमती साय द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में विभाग ने ऐसी ही जानकारी पेश की है।
केस 1
जेएसडब्ल्यू नहरपाली ने एनएच में चारभाठा चौक के पास ढाबा के बगल में हरिश पटेल की जमीन पर फ्लाईऐश को अवैध तरीके डंप कर दिया था। ग्रामीण ने भूपदेवपुर थाने में लिखित शिकायत की तो पर्यावरण विभाग ने भी कंपनी को नोटिस दिया, जिस पर जेएसडब्ल्यू नहरपाली ने फ्लाईऐश उठाकर मिट्टी की पतली परत बिछा दी और पर्यावरण विभाग ने केस निराकृत कर दिया।
केस2
धनागर में एनएच किनारे सरकारी व निजी जमीन पर जेएसपीएल द्वारा अवैध रूप से फ्लाईऐश डंप किया गया था। मामला नायब तहसीलदार की कोर्ट तक गया। जिसके बाद पर्यावरण विभाग ने सरकारी तरीके से कलम चलाई और कंपनी ने फ्लाईऐश का समतलीकरण कर मिट्टी की फिलिंग करवा दी तो मामला खत्म कर दिया गया। जेएसपीएल के खिलाफ इस शिकायत में कोई जुर्माना भी नहीं किया गया।
केस3
ग्राम कुरूभाठा से जामपाली मार्ग में एसकेएस पावर जनरेशन द्वारा एक खेत में फ्लाईऐश डालने की शिकायत मिली तो पर्यावरण विभाग ने नोटिस भेजा। चार महीने बाद कंपनी ने जवाब दिया और वाहन पलट जाने का बहाना बनाकर फ्लाईऐश गिरने की बात कही। उक्त स्थल की सफाई कराने और मिट्टी फिलिंग कराने की जानकारी कंपनी से मिलते ही पर्यावरण विभाग ने ऑल इज वेल मान लिया और केस क्लोज कर दिया।
वर्सन
जिले में वन व कृषि भूमि में फ्लाईऐश डंप करने की शिकायत नहीं मिली है। सडक़ व एनएच के किनारे फ्लाईऐश डंप करने की शिकायतें आती हैं। इनमें मिट्टी फिलिंग कराकर और जरूरत पडऩे पर पेनाल्टी लगाकर कार्रवाई की जाती है।
अंकुर साहू
पर्यावरण अधिकारी