इस महीने तक पूरा करना था जल जीवन मिशन का काम, अब तक 16 फीसदी ही कार्य पूर्ण
मिशन की धीमी रफ्तार सुधार नहीं पा रहे पीएचई के अफसर
जनकर्म न्यूज
रायगढ़। जिले में जल जीवन मिशन की सुस्त रफ्तार पीएचई के अफसर सुधार नहीं पा रहे हैं। योजना के तहत दिसंबर 2024 तक काम पूरे हो जाने थे ेलेकिन अब तक करीब 16 फीसदी कार्य ही पूर्ण हो सके हैं और अभी भी करीब 1125 काम अधूरे पड़े हैं। विधानसभा में मामला उठाए जाने के बाद विभाग ने भी अब दिखावे की कार्रवाई करते हुए दो ठेकेदारों को ब्लेक लिस्टेड किया है।
जल जीवन मिशन की सुस्त रफ्तार के कारण जिलेवासियों को हर घर तक नल और जल के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। जिले में पीएचई द्वारा जल जीवन मिशन के तहत कुल एक हजार 348 कार्य शुरू किए गए थे लेकिन इमें से 223 ही पूर्ण हो सके हैं और शेष करीब 1125 अपूर्ण हैं। प्रतिशत के हिसाब से देखा जाए तो करीब 16 प्रतिशत ही निर्माण पूरा हो सका है। योजना के तहत कलेक्टर समीक्षा बैठक लेते रहे और लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई करते रहे लेकिन पीएचई के अफसर मेहरबान बने रहे लेकिन मिशन की धीमी रफ्तार और दोषी ठेकेदारों पर कार्रवाई के संबंध में विधानसभा में सवाल आया तो विभाग ने भी दिखावे की कार्रवाई की और खरसिया विधायक उमेश पटेल द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद धरमजयगढ में काम शुरू नहीं करने वाले दो ठेकेदारों पर ब्लेक लिस्ट करने की कार्रवाई की गई है। विधायक उमेश द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में विभाग ने जानकारी दी है कि 90 पंचायतों में काम पूरा हो सका है और इसमें 36 हजार 657 घरों में नल जल पहुंच रहा है।
कोरोना और दूसरे कारणों का बहाना
मिशन की सुस्त रफ्तार और रायगढ़ में अपूर्ण कार्यों के संबंध में विभाग द्वारा जो बहानेबाजी वाली जानकारी दी गई है। उसके अनुसार कोरोना के वक्त टेंडर करने में देर,सामग्री व मानव संसाधन की अनुपलब्धता,पंचायतों द्वारा टंकी के लिए जमीन नहीं देना,योजना में स्त्रोत फेल होना और समूह जल प्रदाय योजना की स्वीकृति व वर्क आर्डर में देर के कारण योजना पिछड़ती चली गई है।