24 व 25 दिसंबर को दादू मंदिर गोशाला के पीछे में होगा दो दिवसीय नसों की समस्या का विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
शिविर में जबलपुर निरोगा धाम के सुप्रसिद्ध नसों के चिकित्सक करेंगे शिरकत
रायगढ़ – शहर के समाजसेवी व्यक्ति नरेंद्र रतेरिया की अभिनव पहल एवं अपने पिता दीनदयाल की प्रेरणा से शहर के दादू मंदिर गोशाला पीछे में नस संबंधित विभिन्न समस्याओं के लिए व समाज के लोगों को स्वास्थ्य संबंधित राहत देने के पवित्र उद्देश्य से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन आगामी 24 व 25 दिसंबर को किया जा रहा है। वहीं 24 दिसंबर को दोपहर 12.15 से रात्रि 9 बजे तक स्थानीय लोगों के लिए होगा। और स्थानीय व बाहर से आए मरीजों की जांच आगामी 25 दिसंबर को सुबह 10.15 से दोपहर 2 बजे तक जांच की जाएगी।
नामचीन चिकित्सक करेंगे जांच –
इस आयुर्वेद शिविर में प्राचीन वैदिक पद्धति से शरीर के नसों की विभिन्न समस्याओं का उपचार किया जाएगा। शिविर में जबलपुर निरोगा धाम के सुप्रसिद्ध नसों के चिकित्सक शिरकत करेंगे जो नसों, घुटने, कमर पीठ व गठिया रोग व अन्य समस्याओं में बड़ों व छोटे बच्चों का जांच उपचार कर समाज के लोगों की सेवा में अपना बहुमूल्य योगदान देंगे।
इन समस्याओं की होगी जांच
नरेन्द्र रतेरिया ने बताया कि स्वास्थ्य शिविर के आयोजन में गठिया, आर्थोराइट्स, लिंगामेंट इंजुरी, ऑस्टियोपोरोसिस, जबड़ों का ना खुल पाना, नसो का दब जाना, पुरानी चोट, रीढ़ की हड्डी का तिरछा होना, स्लिप डिस्क पैरों में भारीपन, झुनझुनी, साइटिका, कंधा, कूल्हे का दर्द, हर्पिस के बाद नसों का दर्द, स्तनों में गांठ व शरीर के अन्य हिस्सों में गांठ सहित अनेक समस्याएं इसी तरह बच्चों में मानसिक एवं शारीरिक कमजोरी, एडी उठाकर चलना, हाथ पैरों का तिरछापन, कम सुनना, कम देखना, विलंब शारीरिक विकास, सेरेबल पॉल्सी, स्पीच प्रॉब्लम जैसे अन्य जटिल रोगों का आयुर्वेद पद्धति से जांच कर उपचार किया जाएगा।