वार्ड नंबर 19 से अधीश रातेरिया भी है सशक्त दावेदार
वार्ड नं. 19 का एक ऐसा चेहरा जिसकी सभी वर्गों में अपनी पकड़ hai और वह नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है सामाजिक क्षेत्र से लेकर राजनीतिक क्षेत्र तक हमेशा सकरी रहने वाले आदेश रतिरिया भी इस बार वार्ड नंबर 19 से पार्षद चुनाव में अपना भाग्य आजमाने के लिए भारतीय जनता पार्टी से टिकट के सशक्त दावेदार हैं। चूंकी अब निगम के आरक्षण के पश्चात यह साफ है कि शहर का मुख्य वार्ड 19 जो सामान्य हो गया है एवं अब इस वार्ड से दोनों पार्टी के लोग अपनी अपनी दावेदारी प्रस्तुत करंगे लेकिन इन सब चेहरों में एक चेहरा ऐसा है जिसने राजनीतीक, व्यापारिक, सामाजिक दृष्टिकोण से सभी के दिल में अपनी एक खास छवि बनाई है।
अधिश की राजनितिक के साथ-साथ सामाजिक छवि बहुत अच्छी है महज 17 साल की उम्र में ही पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ 2012 की अग्रसेन जयंती के आयोजनों में अपनी भूमिका निभाना प्रारम्भ किया यह उनकी पहली सीढ़ी रही समाजसेवा के क्षेत्र में, उसके बाद उन्होंने 2016-17 के लियो क्लब मिडटाउन के अध्यक्ष कार्यकाल में अपने समाज सेवा के क्षेत्र से लोगो का मन जीता। लगातार समाज में उनकी सक्रियता को देखते हुए वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी स्व. रोशन लाल जी के चुनाव से अपनी राजनितिक जीवन की शुरुवात की। परन्तु 2018 में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार ना आने पर विपक्ष की राजनीती में भी वे सक्रियता के साथ डटे रहे।
वर्ष 2019 जब उनके चाचा वार्ड न. 17 से भाजपा से प्रत्याशी रहे तब उन्होंने चुनाव का संचालन किया एवं चुनाव में कैसे भागीदारी रहती उन्होंने उसको बखूबी सीखा। वर्ष 2021 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष का दायित्व मिला उस दायित्व का उन्होंने निर्वाहन करते हुए 2023 तक विधानसभा चुनाव सम्पन्न होते तक हर धरना, आंदोलन से लेकर बूथ समिति, वार्ड प्रभारी के दायित्व का निर्वहन करने में अपनी भूमिका निभाई।
जहां आज लोग विपक्ष में रहते हुए पार्टी का झंडा उठाने से डरते हैं वही आदिश विपक्ष में रहकर हर मोर्चे पर अपने विपक्ष धर्म का पालन करते हुए सक्रियता से से डटे रहे।
अधिश ने शुरुआत से ही सभी वरिष्ठ एवं अन्य नेताओं से लगातार मेल मिलाप बढ़ाया एवं कभी भी किसी गुटिय राजनीती में नहीं रह कर सबके लिए एक सामान रहे। रायगढ़ विधायक एवं प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी के समर्पित कार्यकर्त्ताओं में से अधिश है। उनके चुनाव में लड़ने के फैसले से लेकर चुनाव जितने तक अधिश ने छोटे भाई की तरह अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए अपने वार्ड में लगातार एवं विधानसभा में लगातार सूचना एवं सोशल मीडिया के. माध्यम उनके लिए प्रचार किया साथ ही अपने वार्ड से उन्हें लिड दिलाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी।