गाताडीह,कोसीर व जशपुर समिति का 5 साल का काला चिट्ठा खोलेगी उच्च स्तरीय कमेटीफर्जी धान खरीदी व किसानों के नामपर लोन में करोडों का घोटालारायगढ। प्रदेश सरकार गाताडीह,कोसीर व जशपुर समिति का 5 साल काला चिट्ठा खोलने जा रही है। फर्जी धान खरीदी व किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से लोन निकालने की शिकायतों के बाद एफआईआर और सस्पेंशन की कार्रवाई की गई थी लेकिन अब विधानसभा में हंगामें के बाद सहकारिता मंत्री ने तीनों केन्द्रों के बीते 5 साल के धान खरीदी व लोन व खाद वितरण की जांच के लिए 5 सदस्यों की उच्च स्तरीय कमेटी बनाने के आदेश दिए हैं।सालों से दागदार और घोटाले के लिए मशहूर रही गाताडीह समिति एक बार फिर से विवादों में हैं। गाताडीह के 28 कृषकों के नाम पर फर्जी ऋण चढ़ाए जाने की शिकायत पर कलेक्टर जिला सारंगढ बिलाईगढ द्वारा 5 सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया था। जांच दल के अंतरिम प्रतिवेदन में 5 कृषकों के फर्जी ऋण चढ़ाने की पुष्टि हुई थी। फर्जी केसीसी ऋण के लिए दोषी संलिप्त तत्कालीन कर्मचारी पदाधिकारी सेवा सहकारी समिति गाताडीह के शिवकुमार टण्डन अध्यक्ष, दिलीप कुमार टण्डन समिति प्रबंधक, राजेश रात्रे सहायक समिति प्रबंधक (तत्कालीन कम्प्यूटर ऑपरेटर) एवं बुंदराम जांगडे कम्प्यूटर आपरेटर के विरुद्ध थाना सारगढ़ में 19 जुलाई को एफआईआर भी की गई है। वहीं धान उपार्जन वर्ष 2023-24 में सेवा सहकारी समिति मर्यादित गाताडीह के उपार्जन केंद्र गाताडीह एवं नवगठित समिति कोसीर के उपार्जन केंद्र कोसीर में धान रकबा पंजीयन के दौरान फर्जी पंजीयन की शिकायत भी सामने आई थी। जिसके बाद उपार्जन केंद्र गाताडीह में तहसीलदार सारंगढ़ एवं उपार्जन केंद्र कोसीर में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सारगढ़ से जांच कराई गई। जांच में उपार्जन केंद्र गाताडीह के पंजीकृत 105 कृषकों के 99.292 हेक्टेयर रकबे में फर्जी रूप से रकबा वृधि करने की अनियमितता मिली। जिस पर उपपंजीयक सहकारी संस्थाए रायगढ़ द्वारा सहायक समिति प्रबंधक महेंद्र कुमार टडन को सेवा से पृथक किया गया तथा उपार्जन केंद्र कोसीर के पंजीकृत 33 कृषकों के 155.270 हेक्टेयर रकबे में फर्जी रकबा इन्द्राज करना पाए जाने पर सहायक समिति प्रबंधक राजेश रात्रे को सेवा से पृथक किया गया है।वर्सन
गाताडीह,कोसीर व जशपुर समिति में अनिमितताओं पर विभाग ने अपने स्तर से कार्रवाई की है। इसमें अब रिकवरी की प्रक्रिया भी शुरू करेंगे। शासन स्तर से इन समितियों की जांच के लिए अब 5 सदस्यों की उच्च स्तरीय टीम भी बनाई गई है।सीएस जायसवाल
उपायुक्त सहकारिता