14 दिन में 32 लोग हुए डेंगू पॉजिटिव, अब तक 90 लोगों को मच्छर ने बनाया शिकारढिमरापुर, लालटंकी, केवड़ाबाड़ी, गौरीशंकर मंदिर रोड, पैलेश रोड बना हॉटस्पॉटरायगढ़। बीते 14 दिनों में 32 लोग डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं अब तक की बात करें तो कुल 90 लोगों को डेंगू मच्छरों ने अपना शिकार बनाया है। जिससे शहरवासियों में हडक़ंप मचा हुआ है। वर्तमान परिस्थिति में शहर के ढिमरापुर, लालटंकी, केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड, गौरीशंकर मंदिर रोड व पैलेश रोड डेंगू हॉटस्पॉट जोन बना हुआ है।
शहर में एक बार फिर डेंगू मच्छरों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। शहर सरकार, निगम प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की लचर कार्यशैली के कारण मच्छरों का आतंक दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। साल के शुरुआती तीन माह अप्रैल, मई, जून व 4 जुलाई तक शहर में डेंगू के 58 केस सामने आए थे। वहीं 18 जुलाई मतलब 14 दिनों में ही 32 लोगों का एलायजा रिपोर्ट पॉजिटिव आने से सब आश्चर्य चकित हैं। इस तरह प्रतिदिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इधर डेंगू नियंत्रण के लिए नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षाक विभाग व महिला बाल एवं विकास विभाग 22 से 27 जुलाई तक विशेष अभियान चलाने की बात कह रही है। जिसमें स्कूली बच्चों, आम नागरिकों को जागरूक कर डेंगू को जड़ तक खत्म करने का दावा किया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि जिम्मेदार अधिकारी खुद ही जागरूक नहीं हैं। शहर की बजबजाती नालियां, जाम पानी, कचरों के ढेर इन्हें खत्म करना पहले जरूरी है, क्योंकि यहीं से मच्छर पनपते हैं। इसके अलावा वार्डों के प्रत्येक गली मोहल्लों में नालियों की सफाई के साथ-साथ दवा का छिड़ाकाव, फागिंग भी अति आवश्यक है। इस बारे में अधिकारी कुछ बोलने से बचते नजर आते हैं। जब मच्छरों को पनपने से रोका नहीं जा सकता तो लोगों को जागरूक करने का कोई औचित्य ही नजर नहीं आता। विभाग के अधिकारी सिर्फ बैठकों तक ही सीमित हैं। धरातल पर कोई काम नजर नहीं आ रहा है। जिससे लोगों के मन में एक भय सता रहा है कि पिछले साल की तरह इस साल भी डेंगू मच्छर जानलेवा साबित न हो जाए।इन क्षेत्रों में लोगों को होना होगा सतर्क
कुछ दिनों पहले तक सांगीतराई और पतरापाली डेंगू हॉटस्पॉट जोन थे। क्योंकि इन क्षेत्रों से सबसे ज्यादा ढाई दर्जन मरीज सामने आए थे। वहीं अब शहर के रिहायशी क्षेत्रों को भी मच्छरों ने हॉटस्पॉट जोन बना दिया है। जिसमें ढिमरापुर, लालटंकी, केवड़ाबाड़ी, गौरीशंकर मंदिर रोड, पैलेश रोड, गौशालापारा व रामगुड़ीपारा शामिल है। इनमें से अधिकांश क्षेत्र ऐसे हैं जो हर साल हॉटस्पॉट जोन की श्रेणी में आते हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी बारिश से पूर्व इन क्षेत्रों में डेंगू नियंत्रण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाते।भाजयुमो ने दी आन्दोलन की चेतावनी
बढ़ते डेंगू के मरीजों को लेकर अब तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने कोई आवाज नहीं उठाई है। पक्ष से लेकर विपक्ष, शहर के नेतागण, सामाजिक संस्थाओं ने भी इस ओर चुप्पी साध रखी है। इसी बीच भाजयुमो ने जनहित के मुद्दों को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है। उन्होंने नगर निगम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि हर साल की तरह इस साल भी ढेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। यह प्रारंभिक स्थिति है, इसके लिए जल्द से जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो शहर में बड़ी जनहानि हो सकती हैं। विशेषकर वार्ड नंबर 12 एवं 17 से ही डेंगू अपने विकराल स्वरूप में शहर में फैलता है और यह दोनों वार्ड ही डेंगू के केंद्र बने हुए हैं। इसका प्रमुख कारण है इन दोनों वार्डो की नालियां ढकी हुई है, जिससे वहां पानी रुका हुआ रहता है। एक लंबे अंतराल से शहर में नालियों की सफाई ना होना डेंगू का प्रमुख कारण है। पिछले वर्षों में इन्ही दोनों वार्डों में जनहानियां हुई हैं। ऐसे में नगर निगम अगर 10 दिनों के भीतर शहरवासियों के हित के लिए कोई ठोस कदम नीं उठाता है तो भाजयुमो आन्दोलन के लिए बाध्य रहेगी।डेंगू के आंकड़ों पर एक नजर
साल एलाइजा
पॉजिटिव
2016 – 14
2017 – 55
2018 – 129
2019 – 269
2020 – 03
2021 – 124
2022 – 66
2023 – 320
2024 – 90
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