12 जुलाई को होने वाली जनसुनवाई से पहले ही होने लगा विरोध, आन्दोलन की तैयारी में ग्रामीण
रायगढ़। 170 आदिवासी किसानों की भूमि को गैर-कानूनी तरीके से लेकर कोर्ट से इसके निर्णय से पहले ही अडानी पुसौर क्षेत्र में अपने कंपनी का विस्तार करने जा रहा है। 12 जुलाई को इसकी जनसुनवाई रखी गई है। इससे पहले ही आसपास के गांवों में विरोध शुरू हो गया है। ग्रामीण आन्दोलन की तैयारी में जुट गए हैं।
जनचेतना मंच के सामाजिक कार्यकर्ता राजेश त्रिपाठी ने बताया कि कोरबा वेस्ट के समय से ही सन 2015 में कंपनी द्वारा 170 आदिवासी किसानों की जमीन को गैर आदिवासियों के नाम से ले लिया गया। जब मामले का भांडाफोड़ हुआ तो तहसील और कलेक्टर कार्यालय में आज भी 170 ख के नाम से इसका केस चल रहा है। त्रिपाठी ने बताया कि जब इस मामले का निर्णय ही नहीं हुआ है तो कंपनी कैसे उसी जमीन पर कंपनी का विस्तार करने चली और प्रशासन ने इसकी अनुमति भी दे दी है। अडानी छोटे भंडार, बड़े भंडार, अमलीभौना और सरवानी में कंपनी का विस्तार करने जा रहा है, जिससे इन गांवों के ग्रामीण कंपनी के विस्तार का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो पहले ही इस कंपनी की वजह से क्षेत्र में प्रदूषण हावी है। कंपनी के काले धुएं और उड़ते राख से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। कंपनी द्वारा स्थानीय लोगों के भूमि का अधिग्रहण करने के बाद भी उन्हें स्थायी रोजगार नहीं दिया गया है। इसके क्षेत्र के विकास के नाम पर भी कंपनी ने कुछ काम नहीं किया है। ऐसे में उसके विस्तार से लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। 12 जुलाई की सुबह 11 बजे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैदान ग्राम सूपा में कंपनी के विस्तार की पर्यावरणीय जनसुनवाई रखी गई है। जिसे देखते हुए लोग आन्दोलन की तैयारी कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस भी प्रभावितों के साथ जनसुनवाई के विरोध की तैयारी में है।
*फ्लाईऐश रखने के लिए आज तक नहीं बना एसडाइक*
सामाजिक कार्यकर्ता राजेश त्रिपाठी ने बताया कि अडानी कंपनी द्वारा कुछ साल पहले महानदी में फ्लाईऐश डंप किया जा रहा है, जिस पर पर्यावरण विभाग ने कार्रवाई की थी और केस भी चल रहा है। इसके बाद कंपनी द्वारा गुड़ेली क्षेत्र में यत्र-तत्र फ्लाईऐश का डंप किया जाने लगा, जोकि लातनाला से बह कर महानदी में मिलने पर फिर कंपनी पर कार्रवाई हुई। इसके बाद भी वह गुड़ेली क्षेत्र में ही फ्लाईऐश डंप कर रहा है। त्रिपाठी ने कहा कि आज तक कंपनी ने फ्लाईऐश रखने के लिए आज तक एसडाइक नहीं बनाया है। जिससे फ्लाईऐश रखने की न तो पहले व्यवस्था थी न आज है। इसके के बाद भी कंपनी का विस्तार होना समझ से परे है।
*इस तरह कंपनी करने जा रहा विस्तार*
अडानी पॉवर लिमिटेड छोटे भंडार, बड़े भंडार, सरवानी और अमलीभौना गांवों में मौजूदा संयत्र सीमा के भीतर मौजूदा 600 (1&600) मेगावाट में 1600 (2&800) मेगावाट अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी जोड़ कर रायगढ़ थर्मल पॉवर प्लांट का विस्तार करने जा रहा है। क्षेत्रवासियों इसका विरोध कर रहे हैं।