तीन की मौत के बाद भी निगम व जिला प्रशासन ने नहीं ली सुध, गुहार लगा कर थक चुके क्षेत्रवासी
रायगढ़। गोवर्धनपुर से ऐश्वर्यम कॉलोनी की जानलेवा सडक़ पर लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। कुछ माह पहले ही इस मार्ग में दुर्घटना में तीन युवकों की मौत के बाद भी शहर सरकार, निगम व जिला प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली है। सडक़ के जीर्णोद्धार को लेकर कॉलोनी सहित क्षेत्रवासी गुहार लगा-लगा कर थक चुके हैं।
वर्तमान में गोवर्धनपुर पुल से ऐश्वर्यम कॉलोनी होते हुए गोवर्धनपुर मुख्य सडक़ तक पहुंच मार्ग की हालत काफी दयनीय है। यह सडक़ वार्ड क्रमांक 47 में आता है। सालों से यह सडक़ अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। वहीं भारी वाहनों की रेलमपेल से यह सडक़ दिन-ब-दिन बद से बदतर होती जा रही है। आम दिनों में सडक़ पर स्थित दर्जनभर से अधिक बड़े-बड़े गड्ढों और धूल से लोगों का जीना मुहाल हो जाता है। वहीं इन गड्ढों से वाहनों के कलपुर्जे हिल जाते हैं। जबकि वर्तमान में यह सडक़ पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो गया है। फिसलन से लोग अनियंत्रित होकर गिर रहे हैं। जबकि इस मार्ग में हर वक्त भारी वाहनों का आना-जाना रहता है, ऐसे में थोड़ी सी चूक से लोगों की जान भी जा सकती है। कुछ साल पहले ही जर्जर मार्ग की वजह से सही समय पर एंबुलेंस के नहीं पहुंचने से एक नवजात शिशु की मौत हो गई थी। जबकि पिछले साल ही इसी मार्ग में बाइक सवार तीन युवकों को भारी वाहनों ने रौंद कर उनकी जान ले ली थी। उस वक्त भी कॉलोनीवासियों और क्षेत्र के लोगों का आक्रोश चरम पर था। इसके बाद भी शहर सरकार, निगम व जिला प्रशासन ने इस सडक़ की सुध नहीं ली। वार्ड पार्षद भी सिर्फ अधिकारियों को सडक़ निर्माण के लिए आवेदन देकर शांत पड़ जाते हैं, जिससे इस समस्या का समाधान नहीं निकल रहा है। कुछ साल पहले लोगों की मांग पर महापौर जानकी काटजू और निगम के अधिकारी सडक़ का निरीक्षण करने मौके पर पहुंचे थे। उस वक्त कहा जा रहा था कि चांदमारी स्थित 17 एमएलडी फिल्टर प्लांट से लेकर गोवर्धनपुर पुल से आगे ऐश्वर्यम कॉलोनी होते हुए गोवर्धनपुर मुख्य मार्ग तक सडक़ बनेगी। जिससे लोगों में खुशी देखी जा रही थी, लेकिन जब टेंडर हुआ तो सिर्फ फिल्टर प्लांट से पुल के पहले तक का ही हुआ। जिसके फलस्वरूप ठेकेदार ने उतने में ही सीसी सडक़ बना कर अपना काम पूरा कर लिया।
*पुल की हालत भी बद से बदतर*
बात करें गोवर्धनपुर पुल की तो उसकी हालत भी बद से बदतर हो गई थी। पुल के बीच में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और पुल से सरिया भी बाहर निकल आए हैं। जिससे वाहन चालकों को यहां से गुजरने में काफी परेशानी होती है। वाहन के पहियों के सरिया घुस जाने से कई बार दुर्घटना की स्थिति भी निर्मित हुई है। रात के समय इस मार्ग से गुजरना जान जोखिम में डालने जैसी बात हो जाती है। क्योंकि इस मार्ग में कहीं स्ट्रीट लाइट भी नहीं है।
*मजबूरी में करते हैं आना-जाना*
संबलपुरी, बंगुरसिया, रेगड़ा, लामहीदरहा, गोवर्धनपुर क्षेत्र के लोगों को सर्किट हाऊस, ढिमरापुर, केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड सहित चांदनी चौक तरफ जाने के लिए यह रास्ता आसान पड़ता है। दूरी कम होने के कारण लोग जल्दी ही अपने गंतव्य तक पहुंच जाते हैं। यही कारण है कि लोग मजबूरीवश इस मार्ग से आना-जाना करते हैं।
*वर्सन*
इस सडक़ के जीर्णोद्धार के लिए कई बार निगम कमिश्नर, महापौर व कलेक्टर को आवेदन दिया जा चुका है, लेकिन उक्त आवेदन रद्दी की टोकरी में पड़ी है। शासन-प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं देने से क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
*पदुम लाल परजा, वार्ड पार्षद*
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