2021 जनगणना में कोरोना कहर का लगा था ग्रहण अब 2011 के आधार पर बनेगा समीकरण
रायगढ़।
नवंबर-दिसंबर में होने वाले नगरीय निकाय के चुनाव की सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव से पहले नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों का परिसीमन कराया जाएगा। जिन नगर निगमों में वार्डों की संख्या 70 है, वहां परिसीमन तो होगा लेकिन नए वार्ड नहीं बनेंगे। इससे कम वार्ड वाले निकायों के वाडों की हदें नए सिरे से तय होंगी। ऐसे में 48 वार्ड वाले रायगढ़ नगर निगम में वार्डो की संख्या में संभवतः वार्ड संभावना है।
गौरतलब हो कि राज्य निर्वाचन आयोग ने निकायों के चुनाव के लिए कमर कस ली है और तैयारियां भी पूरी करने में जुट गई हैं। जिसमें इस वर्ष परिसीमन की सुगबुगाहट नियमों के तहत होना तय माना जा रहा था, अब इसमे मुहर भी मानो राज्य निर्वाचन आयोग ने लगा दिया है। जिसमें
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसव राजू एस. ने यह काम प्राथमिकता से पूरा करने को कहा है।
देखा जाए तो निगमों, नगर पालिकाओं या नगर पंचायतों से अलग कर नए निकाय बने हैं, वहां वाडों की संख्या बढ़ सकती है। जैसे कोरबा नगर निगम से अलग कर बांकी मोंगरा को नई नगर पालिका बनाया है। अब कोरबा में वाडों का परिसीमन हो सकता है। इसी तरह रायगढ़ नगर फिलहाल कोई भी निकाय अलग से नही बना है, किंतु कई वार्ड म जनसंख्या तथा वार्ड के मतदाताओं की संख्या भी अधिक है जिसके चलते वार्ड बढ़ने तथा सीमा अलग से बनने के आसार नजर आ रहे है। बताया जा रहा है कि कुछ वार्डो की जनसंख्या तथा मतदाता ज्यादा है। यही वार्ड बढ़ने की प्रबलता को प्रदर्शित कर रहा है। वही वाडों की रचना इस तरह की जाएगी कि प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या पूरे निकाय में एक जैसी हो वार्ड में शामिल इलाका सहित क्षेत्र हो। फिलहाल 2011 की जनगणना की जनसंख्या को आधार मानकर परिसीमन होगा, क्योंकि 2021 में होने वाली जनगणना कोरोना की वजह से नहीं हो सकी है। अब 2011 के आधार पर ही परिसीमन होगा।
यहां यह बताना लाजमी होगा कि 2011 में प्रदेश की आबादी 2.55 करोड़ थी। हालांकि राज्य सरकार ने पिछले साल संभावित जनसंख्या 3.20 करोड़ आंकी है। जबकि रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र में दो साल पहले ढाई लाख की आबादी स्थानीय प्रशासन ने विभिन्न सर्वे में बताया। यह संख्या फिलहाल बढ़ने के प्रबल आसार हैं।
बहरहाल आने वाले दिनों में इसके लिए कार्य भी आरंभ होना तय है।
परिसीमन में सीमा,नक्शा, जनसंख्या, जाति सब होगा समाहित
प्रस्तावित वार्डो की चारों ओर की सीमा नक्शा, इसमें हर वार्ड की चारों दिशाओं को इस तरह अंकित किया जाएगा कि प्रत्येक वार्ड की सीमाएं स्पष्ट नजर आएं। जनसंख्या संबंधी जानकारी, पिछली जनगणना के आंकड़े, आंकड़ों के अनुसार नगर पालिका क्षेत्र की कुल जनसंख्या, अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति के लोगों की संख्या, राज्य सरकार द्वारा संबंधित निकाय के लिए तय वाडों की संख्या तथा इसके आधार पर हर वार्ड की औसत जनसंख्या।
10 वार्ड पूर्व परिसीमन में जुड़े है निगम में
तत्कालीन रायगढ़ पालिका था,इसे नगर निगम में तब्दील किया गया जिसके बाद परिसीमन हुआ। इस परिसीमन में वार्डो की संख्या बढ़ गई और 48 के संख्या में आ गई। परिसीमन में शहर के फैलाव को देखते हुए ग्रामीण अंचल तथा पंचायत व जनपद इलाके को रायगढ़ में समाहित किया गया। इसमे पतरापाली, गोरखा, छातामुडा,गोवर्धनपुर, गोपालपुर, समेत कई अन्य इलाका था। ये पूर्णतः ग्रामीण अंचलों में शामिल था।
ऐसे समझे वार्डों का परिसीमन
नगर निगम में अधिकतम 70 और न्यूनतम 40 वार्ड होते हैं।
नगर पालिका में अधिकतम 40 वार्ड और न्यूनतम 15 वार्ड होते हैं।
नगर पंचायत में भी अधिकतम 40 और न्यूनतम 15 वार्ड होते हैं।
परिसीमन में वार्ड के मतदाताओं की संख्या तय करने जनगणना के डेटा को आधार बनाया जाता है।
इसमें वोटरों के बढ़ने या घटने की जानकारी भी जुटाई जाती है।
फैक्ट फाइल
- नगर निगम 14
- नगर पालिका 48
- नगर पंचायत 122