पीएम मोदी ने किया है शिलान्यास, 2 साल के करना है पूरा अधिकारी वर्ग के उदासीन कार्यप्रणाली से लटका अधर में
रायगढ़ (जनकर्म न्यूज़) जिले में आए दिन हो रहे हादसे को देखते हुए क्रिटिकल केयर यूनिट चालू करने का निर्देश जारी 14 सितंबर 2023 को किया गया है। जिससे स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसके लिए भवन बनाने जमीन की तलाशने के बाद मेडिकल कालेज में इसकी अधोसंरचना का शिलान्यास किया गया है, विडंबना यह है कि कार्य जिस तेजी से होना था वह हो नही पाया है। और मानो तय समय से काफी पिछड़ा नजर आ रहा यूआ।
गौरतलब हो कि रायगढ़ जिला औद्योगिक नगरी होने के कारण यहां आए दिन सडक़ हादसे से लेकर कंपनियों में भी हादसे होते रहते हैं, जिससे ज्यादातर मरीजों को गंभीर चोट लगने के कारण उन्हें उपचार के लिए महानगरों की तरफ रूख करना पड़ता है। जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इस परेशानी को देखते हुए केंद्र शासन द्वारा यहां क्रिटिकल केयर यूनिट शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए 23 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी मिल गई है। साथ ही इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के पास पत्र भी आया और फिर जमीन की तलाश होने के बाद स्थल चयन मेडिकल कालेज में किया गया। वहीं अब सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद भवन निर्माण के लिए टेंडर किया गया निर्माण कार्य अधोसंरचना आरंभ हो गया।
यहां यह भी बताना लाजिमी होगा कि उक्त क्रिटिकल केयर भवन का शिलान्यास पीएम मोदी ने कोड़ातराई में आम सभा के दौरान जिले की जनता को इसका सौगात 14 सितंबर 2023 को दी थी। विदित हो कि जिले में व्यवस्था नहीं होने के कारण मरीजों को बिलासपुर-रायपुर के लिए रेफर किया जाता है, जिससे वहां तक पहुंचने में मरीजों को काफी समय लग जाता है, जिससे कई मरीजों की स्थिति और गंभीर हो जाती है, साथ ही कई मरीज वहां तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं। 5इस यूनिट के शुरू होने के बाद गंभीर बिमारियों से पीडि़त व सडक़ हादसे सहित आग से झुलसे मरीजों को हाई लेबल इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
50 बेड का बनाना है अस्पताल
जिले में बनने वाले क्रिटिकल केयर अस्पताल 50 बेड का होगा, जो आधूनिक मशीनों से लैश किया जाएगा, इस अस्पताल में सिर्फ गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार से 60 प्रतिशत तो राज्य सरकार 40 फीसदी रुपए खर्च करेगी।वहीं बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग की निर्माण एंजेंसी सीजीएमएससी की ओर से तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। ऐसे में जमीन मिलते ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
काम की रफ्तार धीमी लगेगा लंबा समय
वर्तमान में उक्त अस्पताल क्रिटिकल केयर का निर्माण समय से काफी पिछड़ेपन की स्थिति में है। आधारशिला के बाद काम की रफ्तार जिस तेजी से होना है वह तेजी नही है। दूसरी परिस्थितियों में जिले के अन्य कई स्वास्थ्य विभाग की सुविधा बढ़ी है कई भवन भी निर्माण होकर उद्घाटन तथा अस्पताल के उपकरण की बांट जोह रहे है इस हालात में क्रिटिकल केयर के विलंब निर्माण का खामियाजा मरीजो को सुविधा से वंचित होकर उठाना पड़ेगा।