पिछले माह से व्यवस्था में हुआ बदलाव, हितग्राहियों में दिख रही निराशा
रायगढ़। बीपीएल और एपीएल का सर्वर अलग हो जाने से एपीएल कार्डधारियों को पीडीएस दुकानों में देर से राशन मिल रहा है। जिससे हितग्राही परेशान हो गए हैं। पिछले माह ही व्यवस्था में बदलाव हुआ है। जिससे हितग्राहियों में निराशा देखी जा रही है।
दरअसल अब तक बीपीएल और एपीएल कार्डधारियों को एक साथ राशन दिया जा रहा था, लेकिन पिछले माह से दोनों ही कार्डों का सर्वर शासन स्तर से अलग कर दिया गया है। सभी पीडीएस दुकानों में 70 प्रतिशत बीपीएल तो 30 प्रतिशत एपीएल कार्डधारी हैं। ऐसे में जब राशन आता है तो बीपीएल कार्डधारियों को पहली प्राथमिकता दी जाती है। जब तक बीपीएल कार्डधारी पूरी तरह राशन का उठाव नहीं कर लेते तब तक एपीएल वालों का नंबर नहीं आता। जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पीडीएस दुकानदार जल्द ही व्यवस्था में सुधार होने की बात कह रहे हैं।
*बार-बार लौटाया जा रहा बैरंग*
सर्वर अलग होने से एपीएल कार्डधारियों में निराशा देखी जा रही है। जब भी एपीएल कार्डधारी पीडीएस दुकान राशन लेने पहुंच रहे हैं तो उन्हें उनका नंबर नहीं आने की बात कहते हुए बैरंग लौटा दिया जा रहा है। जिसका कई स्थानों पर विरोध भी हो रहा है पर शासन स्तर से ही व्यवस्था में बदलाव हुआ है तो पीडीएस दुकान संचालक भी इसमें कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
*दो माह से नमक का नहीं हुआ आवंटन*
बीपीएल कार्डधारियों को चावल के साथ-साथ नमक भी दिया जाता है। जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है तब से पुराना ठेका समाप्त हो गया है। वहीं नया ठेका के लिए टेंडर करने में सरकार ने लेटलतीफी कर दी है। जिससे बीते दो माह से राशन दुकानों को नमक का आवंटन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में लोग किराना दुकानों से मजबूरन नमक खरीद रहे हैं।