ठहरे पानी व नालियों में निगम नहीं कर रहा दवा का छिडक़ाव, स्वास्थ्य विभाग भी नहीं गंभीर
रायगढ़। शहर सहित जिले में तीन माह में डेंगू के 55 मरीज मिलने से हडक़ंप मचा हुआ है। इस ओर अब तक नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। निगम द्वारा ठहरे पानी व नालियों में दवा का छिडक़ाव भी नहीं किया जा रहा है, जिससे लोग भयभीत हैं।
पिछले साल डेंगू मच्छरों ने शहर में जमकर आतंक मचाया था। इन मच्छरों के काटने से शहर के तीन युवाओं की अकाल मौत हो गई थी। जिससे शासन-प्रशासन के खिलाफ शहर में आक्रोश भी देखने को मिला था। इस साल फिर डेंगू ने शहर सहित जिले में पांव पसारना शुरू कर दिया है। अप्रैल से जून तक तीन माह में शहर सहित जिले में डेंगू के 55 पॉजिटिव केस मिले हैं। सिर्फ जून माह की ही बात करें तो अब तक 10 केस सामने आए हैं। जिसमें ज्यादातर केस शहरी क्षेत्र से हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने नगर निगम को टेमीफॉस व बीटीआई दवा दे दिया है अब दवा के छिडक़ाव की जिम्मेदारी निगम की है। जबकि डेंगू मच्छर साफ पानी में ही पनपता है। इधर बारिश का साफ पानी जगह-जगह वार्डों में ठहरा हुआ है, जिस पर न तो दवा का छिडक़ाव किया जा रहा है और ही जला मोबिल डाला जा रहा है। इसी तरह कई वार्डों की नालियां भी जाम हैं वहां भी नगर निगम ने कोई काम नहीं किया गया। इसके अलावा शहर में फागिंग मशीन भी नहीं चलाया जा रहा है। इस तरह नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डेंगू को हल्के में ले रहे हैं।
*सांगीतराई व पतरापाली में सबसे अधिक केस*
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक जो डेंगू के 55 पॉजिटिव केस मिले हैं उसमें सांगीतराई और पतरापाली के सबसे ज्यादा मरीज हैं। इन दोनों स्थानों से ही करीब 30 केस सामने आए हैं। हालांकि इनमें से अधिकांश मरीज स्वस्थ्य हो गए हैं, लेकिन फिर भी डेंगू के मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है।
*बाहर से आए लोग मिले पॉजिटिव*
स्वास्थ्य विभाग की मानें तो डेंगू के जितने भी मरीज मिले हैं उनमें से अधिकांश मरीज यूपी, बिहार, झारखंड के हैं, जो रायगढ़ कमाने-खाने आए हैं। वो उधर से ही डेंगू मच्छर के शिकार होकर आए हैं। बुखार आने पर उनका एलायजा टेस्ट कराने पर रिपोर्ट पॉजिटिव मिला है।
*लोगों को होना होगा जागरूक : टीजी कुलवेदी*
स्वास्थ्य विभाग के डेंगू के नोडल अधिकारी टीजी कुलवेदी ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक होना होगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा घरों में जाकर सर्वे तो किया जा रहा है, लेकिन इस ओर लोगों को भी गंभीर होना पड़ेगा। घर के कूलर में भरे पानी, गमलों का पानी, आंगन में पानी के जमाव को साफ करना पड़ेगा। घर के आसपास गंदगी की सफाई करनी होगी। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना होगा। इस तरह के उपाय से डेंगू मच्छरों से बचा जा सकता है।
*डेंगू के आंकड़ों पर एक नजर*
*साल* *एलाइजा*
*पॉजिटिव*
2016 – 14
2017 – 55
2018 – 129
2019 – 269
2020 – 03
2021 – 124
2022 – 66
2023 – 320
2024 – 55
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