राहत की बारिशः फसलों के लिए अमृत, गर्मी औ उमस से मिली राहत
मौसम विज्ञानियों की गणना के उपरांत भादो के अंतिम सप्ताह में हुई तेज बारिश, मौसम में घुली ठंडकता
रायगढ़। सावन सूखा बीतने के बाद भादों के अंतिम सप्ताह में रविवार की सुबह दो से तीन घंटे तक तेज बारिश हुई। सोमवार को अभी यही हाल रहा है। मौसम विज्ञानियों ने 2 सितंबर से 5 सितंबर तक उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर ऊपरी हया का चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 15 से 5.8 किमी ऊपर बना हुआ है। जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर झुका है इसके चलते झमाझम बारिश की गणना किए है। आलम यह रहा कि मंगलवार को झमाझम बारिश से शहर व ग्रामीण अंचल तर बतर हो गया। इससे मौसम में ठंडकता घुल गई।
भादो के अंतिम सप्ताह में मंगलवार सुबह से बदलो का डेरा जमा हुआ नजर आया है। हालाकि दोपहर में फिर हल्की धूप निकल आई। फिर भी बाकी दिनों के बजाय गर्मी से मंगलवार को राहत मिली। इसके पहले अभी सप्ताह भर गर्मी ने कुछ ज्यादा ही लोगों को परेशान किया। इधर मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र बनने से जिले में फिर बारिश की गतिविधियां बढ़ गई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार उत्तर ओडिशा के तटों और समीपवर्ती क्षेत्र से लगे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर ऊपरी हया का चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 15 से 5.8 किमी ऊपर बना हुआ है। जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर झुका है 2 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के उत्तर पाश्चिम में एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है। इससे जिले में 2 से 5 सितंबर तक झमाझम बारिश होगी। आज भी कहीं-कहीं तेज व हल्की बारिश होने की संभावना जताए थे जो सटीक साबित हुआ है। सुबह तेज बारिश तो कभी रुक-रुककर बारिश होती रही। लोगों की नींद खुली तो मौसम सुहाना था, लोग सोच रहे थे लंबे समय के बाद बारिश हो रही है, अब यह दौर चलेगा, इस दरम्यान दोपहर में मौसम का मिजाज बदला और एक आसमान में काले बादल छा गए हालांकि इससे शहर में रिमझिम बारिश हुई। इधर शाम होते तक फिर से मौसम का मिजाज बदल गया और फिर से कही झमाझम तो कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई। भादो के अंतिम सप्ताह में हो रही बारिश से किसानों को इससे काफी लाभ मिलेगा फसल में तेजी से वृद्धि होगी हालांकि और खरपतवार भी। वही इससे दिन के तापमान में 3 -4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। पिछले दिनों की अपेक्षा गर्मी सेराहत मिलेगी।
सावन के बाद भादो में सुखा का रिकार्ड
ज्ञात हो कि सावन के आधा भादो भी सूखा बीत रहा था। भादों में बारिश नहीं होने से लोग गर्मी से व्याकुल थे। लोगों का जीना मुहाल हो गया था। पिछले 20 साल पहली बार ऐसा हुआ कि सावन के बाद भादो माह सूखा बीत रहा है। इस बार सावन व भादो में एक बार भी दो से तीन का दौर नहीं चला। इससे लोग बारिश गर्मी व उमस से भारी परेशान रहे।
बारिश का कोटा पूरा होने में अब 200 मिमी वर्षा की दरकार
इस बार अंतिम जून व जुलाई माह में ही झमाझम बारिश हुई व सीजन के बारिश का कोटा पूरा कर दिया। इसके बाद सावन व भायो भी गुजरने वाला है, लेकिन लगातार सप्ताह भर झमाझम बारिश का दौर के से 1220 मिमी बारिश हो चुकी है। जिले में बारिश का कोटा पूरा होने के लिए 1290 से 13 सौ अधिक मिमी की जरूरत पड़ती है। कोटा पूरा होने 200 मिमी बारिश की जरूरत और पड़ेगी।




