रायगढ़:- डॉ. सतीश सराफ ने रायगढ़ सांसद माननीय श्री राधे श्याम राठिया जी से लोकसभा क्षेत्र रायगढ़ में आदिवासी केंद्रीय विश्वविद्यालय खोलने की मांग करते हुए जनहित में इसे भविष्य के लिए बेहतर बताया है।
माननीय सांसद महोदय को डॉ. सराफ ने बताया कि छत्तीसगढ़ का लोकसभा क्षेत्र रायगढ़ केवल प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के कल कारखानों, कोयले, यूरेनियम एवं खनिज सम्पदा से संपन्न है। लोकसभा क्षेत्र रायगढ़, तीन अन्य राज्यों (बिहार, झारखंड एवं ओड़िशा) से घिरा हुआ है। इस क्षेत्र के अंतर्गत आज युवा पीढ़ी की संख्या सर्वाधिक है, जिनके सामने सबसे बड़ी समस्या “अच्छी शिक्षा और रोजगार” की है | युवा पीढ़ी के लिए लोकसभा क्षेत्र रायगढ़ में कल कारखानों, कोयले, यूरेनियम और खनिज सम्पदा से संबधित शोध कार्य-गहन अध्ययन एवं अच्छी शिक्षा प्रदान कराने के लिए कोई उत्कृष्ट केंद्रीय विश्वविद्यालय अथवा राष्ट्रीय स्तर के संस्थान नहीं हैं। युवाओं को अच्छी शिक्षा और रोजगार के लिए रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से दूर या अन्य राज्यों में जाना पड़ता है, जिसके कारण इन्हें आर्थिक व अन्य प्रकार के कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
डॉ. सतीश सराफ ने आगे बताया कि आज का युग राष्ट्रीय, अन्तराष्ट्रीय एवं अन्तरिक्ष विज्ञान स्तर पर प्रतिस्पर्धा में भाग लेने का युग है, किन्तु रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जो खनिज सम्पदा से संपन्न है, साथ ही रायगढ़ के रेल्वे मुख्य मार्ग से जुड़े होने के कारण एवं उक्त उल्लेखित सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में अच्छी शिक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय स्तर के उच्च शिक्षा संस्थान स्थापित करने हेतु यह पहल न केवल रायगढ़ लोकसभा, अपितु समूचे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात होगी। इस क्षेत्र के विकास में राष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालय या राष्ट्रीय स्तर के उच्च शिक्षा संस्थान की स्थापना से न केवल शिक्षा का स्तर सुधरेगा, साथ ही मेक इन इंडिया के तहत् “मेक इन छत्तीसगढ़” को विकास के लिए अवसर प्राप्त होंगें, आदिवासी भाई बहनों के बीच सरकारी तंत्र की पहुंच बढ़ेगी।
डॉ.सराफ ने यह भी बताया कि पिछड़े हुए लोगों को रोजगार के अवसर, आवागमन की सुविधाओं के साथ सड़कों का विकास तथा निकटतम क्षेत्रों का आर्थिक एवं सामाजिक विकास होगा और अच्छी शिक्षा प्राप्त कर यहां के युवा रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त कर सकेंगे, जिससे लोकसभा क्षेत्र रायगढ़, छत्तीसगढ़ राज्य में ही नहीं अन्य राज्य में विशाल अद्भुत इतिहास बनाएगा। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र अमरकंटक (मध्यप्रदेश) में भी इसी बात को ध्यान में रखते हुए इंदिरा गांधी जनजातीय केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य में एक मात्र गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर (अपग्रेड 2009) स्थापित है। रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में नवीनतम राष्ट्रीय विश्वविद्यालय या राष्ट्रीय उच्च शिक्षा संस्थान स्थापित किया जा सकता है।
आदिवासी केंद्रीय विश्वविद्यालय अथवा राष्ट्रीय उच्च शिक्षा संस्थान के इस विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रम स्नातक (बी.एस.सी. / बी.ई.), स्नातकोत्त्तर (एम.एस.सी. / एम.ई. / एम.एस.) एवं शोध (पी. एच. डी.) यूरेनियम (नाभकीय ऊर्जा) विज्ञान एवं अभियांत्रिकी स्कूल ऑफ आर्ट्स, स्कूल ऑफ लाइफ साइंस, स्कूल ऑफ सोशल साइंस, स्कूल ऑफ नेचुरल रिसोर्सेज, स्कूल ऑफ फिजिकल साइंस तथा स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी का पाठ्यक्रम के साथ शुरुआत किया जाना चाहिए। इसमें संचालित पाठ्यक्रम स्नातक (बीटेक), स्नातकोत्त्तर (एमटेक / एमटेक (क्यूआईपी) एवं शोध (पीएचडी) उचित होगा।
लोकसभा क्षेत्र रायगढ़ में आदिवासी केंद्रीय विश्वविद्यालय / राष्ट्रीय उच्च शिक्षा संस्थान खोले जाने पर क्षेत्र में निवासरत छात्र और छात्राओं को इसका लाभ जरूर मिलेगा।
माननीय महोदय ने आवेदन को पढ़कर बड़ी प्रसन्नता के साथ कहां इस मांग को संसद में अवश्य रखूंगा, क्योंकि निश्चित तौर पर विश्वविद्यालय खुलने से इस क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा और साथ ही उच्च शिक्षा के नये अध्याय की शुरुआत होगी।