नगर निगम के आधा दर्जन वाहनों में नंबर प्लेट नहीं, फिर भी आज पर कार्रवाई नहीं
यातायात व परिवहन विभाग नहीं दे रहा ध्यान, आम जनता की गाड़ी होती तो कट चुका होता चालान
रायगढ़। यदि आपके वाहन में नंबर प्लेट नहीं लगी तो यातायात पुलिस कार्रवाई करती है, वहीं यदि वर्तमान गाइडलाइन के अनुसार एचएसआरपी प्लेट नहीं लगी तो परिवहन विभाग जुर्माना लगाता है, लेकिन नगर निगम में ऐसी करीब आधा दर्जन वाहन हैं जो बिना नंबर प्लेट के चल रही हैं। किंतु इस पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है।
बता दें कि नगर निगम द्वारा हाल में ही कुछ नए वाहनों का परिचालन किया जा रहा है। जो कचरा उठाने के काम में आता है। इन वाहनों में अब तक नंबर प्लेट ही नहीं लग सके ओैर वे वाहन बिना नंबर प्लेट शहर की सडक़ों में चल रहे हैं। इसके साथ ही कुछ पुराने वाहन है जो पूरी तरह से अनफिट हैं, लेकिन इन वाहनों से काम लिया जा रहा है। न तो इन वाहनों में लाईट है और ना ही नंबर प्लेट फिर भी लगातार इनसे काम लिया जाता है। सुबह से शाम तक इन वाहनों का उपयोग हो रहा है, लेकिन कार्रवाई कभी भी नहीं होती। नगर निगम की अनफिट व नियमों को दरकिनार कर सडक़ पर दौडऩे वाले वाहनों पर न तो यातायात पुलिस की नजर आज तक पड़ी और ना ही परिवहन विभाग। परिवहन विभाग लगातार भारी वाहनों सहित अन्य कमर्शियल वाहनों के फिटनेस की जांच करता है, लेकिन नगर निगम के वाहनों की जांच नहीं होती। ऐसा लगता है मानों नगर निगम के वाहनों को सभी नियमों व औपचारिकताओं में रियायत मिली हुई है। नगर निगम के पास वर्तमान में 76 वाहन है, जिसमें से 56 चालू अवस्था में है। जबकि करीब 20 वाहन खराब है। इन वाहनों में काम कराना पड़ेगा, तब जाकर यह सही तरीके से चलने योग्य होंगी। नगर निगम के ट्रैक्टर व टीपर सहित लोडर आदि के साइलेंसर से काला धुआं भी निकलते देखा जा सका है। इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि जिस वाहन उपयोग काफी पहले बंद हो जाना चाहिए था वह आज भी चल रही है।
निगम की 14 गाडिय़ां हुई कबाड़
आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्तमान में नगर निगम की करीब 14 गाडि़य़ां कबाड़ हो चुकी हैं। वहीं 6 गाडिय़ां बनने योग्य हैं, जिनकी मरम्मत कराई जा रही है। इसमें 6 ऑटो टीपर में से वर्तमान में 5 खराब हैं, जबकि सिर्फ एक परिचालित हो रहा है। इसी प्रकार जेसीबी बुलडोजर की संख्या 9 है, जिसमें से 6 रनिंग कंडीशन में हैं और 3 खराब हैं। उसमें 2 कबाड़ हो चुके हैं। नगर निगम के पास 2 डम्फर है और दोनों ही कबाड़ हो चुके हैं।
कई गाडिय़ों की हालत खस्ता




