जेल में कड़ी सुरक्षा के बीच राखी पर्व, भावुक भाइयों ने अपराध से तौबा की
रक्षाबंधन पर्व पर बहनों ने भाइयो कि कलाई में बांधें रक्षा सूत्र
रायगढ़। जिले में रक्षाबंधन का पर्व परंपरा और उत्साह के साथ मनाया गया। दिन राखी बांधने के महूर्त को लेकर असंमजस जैसी स्थिति बनी रही जिसके चलते किसी ने सुबह से शाम 6 बजे तक रक्षाबंधन का पर्व मनाए। जेल में मिलने वाले बहने भावुकता के बीच बंदी भाईयों के कलाई में राखी बांधे है। जिस पर उन्होंने वंचन के तौर पर अपराध से तौबा का करने कि प्रतिज्ञा भी ली है। वहीं, जल जंगल जमीन बचाने के लिए 15 साल से प्रतिबद्ध ग्रामीणो ने पेड़-पौधे को राखी नहीं पाए हैं इसकी वजह केवल कोयला खदान में जंगलो के समाहित होना बताई गई है।
भाई-बहिन के पवित्र प्रेम के प्रतीक पर्व रक्षाबंधन
9 अगस्त को जिले भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस बार भद्रा काल का साया नही रहा। लोगो न इस अटूट बंधन को बैगेर किसी ख़ौफ़ में मनाए हैं। रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है, जिसका इंतजार हर भाई-बहन को बहुत ही बेसब्री से होता है। रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन का पर्व होता है। इस खास दिन पर बहने भाई के कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उसके लंबी उम्र की कामना करती है। और भाई बहन को वचन देता है कि वह उसकी ताउम्र रक्षा करेगा। इस पर्व को अधिकांश धर्म के लोग पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। इस वर्ष भी यही उल्लास जिले भर में नजर आया है हर घर मे यह परंपरा नजर आया इसमे जेल के साथ साथ ब्रह्मकुमारी आश्रम में भी रहा हैं। बहरहाल हर्षोल्लास के साथ बहनों ने रक्षाबंधन मनाए है जबकि यही हाल जेल में बंद बहनो ने भी कड़ी सुरक्षा पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था के बीच यह पर्व मनाया गया।

बंदी भाइयो ने ली अपराध से तौबा का प्रतिज्ञा

जिला जेल में बंद अपने भाइयों को राखी निर्देश के मुताबिक नही बांध नही पाए लेकिन उन्हें जेल में राखी पहुंचाने का सुविधा दिया गया। इंटरकॉम की सुविधा मिली थी।वही मुलाकात के लिए आए बहनों -भाई बहन के इस पवित्र त्यौहार को मनाने के लिए वह अपराध के रास्ते पर चलने वाले लोगों से कहां कि वे अपराध का रास्ता छोड़ अपने परिवार की देखभाल करें,क्योंकि घर में उनका कोई इंतजार कर रहा होता है।

प्रिजनर से बंदी करते रहे अपने वर्तालाप
जेल प्रशासन द्वारा बंदियों को प्रिजनर कॉलिंग सिस्टम की सुविधा दी गई है। प्रिजनर कॉलिंग सिस्टम से बंदी जेल से अपने घर काल कर परिजन से बात कर सकते हैं। प्रत्येक बंदी के लिए फोन पर हफ्ते में पांच मिनट बात किए जाने की सुविधा प्रदान की जा रही है। कालिंग सिस्टम से जुड़ने के लिए बंदियो का बायोमेट्रिक कार्ड भी बनाया गया है, जो राखी के दिन भी बहुउपयोगी साबित हो रहा है।