केजीएच के कैजुअल्टी में पदस्थ वार्ड ब्वाय ने करेंट की डर से इलेक्ट्रिशियन का कार्य करने से किया मना तो भेज दिए गए दूसरे विभाग
विभागध्यक्ष पर मनमानी कार्य कराए जाने का आरोप,अस्पताल के नियमित और संविदा स्वास्थ्य कर्मियों में नाराजगी
जिला अस्पताल में अब स्वास्थ्य कर्मियों और विभाग के एचओडी के बीच टकराव की स्थिति

रायगढ़। सुर्खियों में रहने वाले जिला अस्पताल में अब स्वास्थ्य कर्मियों और विभाग के एचओडी के बीच टकराव की स्थिति नजर आ रही है। बीते दिन जिला अस्पताल के कैजुअल्टी में पदस्थ वरिष्ठ स्वास्थ्य कर्मी वार्ड ब्याव से इलेक्ट्रिशियन का कार्य कराए जाने की चर्चा में है। जिसमें उक्त कार्य नही करने पर उक्त स्वास्थ्य विभाग के कर्मी को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
गौरतलब हो कि जिला अस्पताल में भारी अव्यवस्था का दौर है ,धीरे -धीरे शासन इसे पटरी में लाने की कवायद कर रही है।स्वास्थ्य मंत्री द्वारा वित्त मंत्री के गृह विधानसभा होने पर स्वास्थ्य सेवाओं को हर स्तर में इजाफा कर रही है। इन सभी के बीच अस्पताल के कर्मचारी अपने ही ढ़र्रे में चले आ रहे है यह कहना गलत नही होगा। दरअसल बीते दिन अस्पताल के आपातकाल चिकित्सा कक्ष यानी कैजुअल्टी में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मी की पदस्थापना में थे। बताया जा रहा है कि उक्त कर्मचारी द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी के साथ किया जा रहा था । यह वजह है कि वह अस्पताल में वरिष्ठ कर्मी है और आने वाले दो साल अंदर अधिवार्षिकी आयु भी पूर्ण करने की स्थिति में है। नाम न छापने की शर्त पर उन्होंने बताया कि बीते दिन वह डियूटी में थे। इस बीच उन्हें विभाग प्रमुख ने बिजली से संबंधित कार्य करने को कहां गया। ऐसे में उनके द्वारा हाजिर जवाबी में उक्त कार्य मे करंट का खतरा बताते हुए कार्य करने से इनकार कर दिया गया, न तो उन्हें बिजली सम्बंधित कोई ज्ञान भी नही था। इस लिहाज से यह हाजिर जवाब एक तरह से वाजिब भी रहा। इस घटना के दूसरे दिन वरिष्ठ स्वास्थ्य कर्मी को दूसरे वार्ड में पदस्थापित कर दिया गया। वही वरिष्ठ स्वास्थ्य कर्मी को करंट के भय तथा अपने दायित्वों के कार्य को अस्वीकार करने की सजा दिए जाने की चर्चा जिला अस्पताल में बन गई है। इसे लेकर
विभागध्यक्ष पर मनमानी कार्य कराए जाने का आरोप भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने लगाए है। वही
नियमित और संविदा स्वास्थ्य कर्मियों में नाराजगी इस घटना पर काफी नाराजगी भी नजर आ रही। इस घटना को लेकर अस्पताल के ही वशिष्ठ कर्मी एवं कर्मचारी संघ से जुड़े पदाधिकारी ने गैर वाजिब बताया तथा पुनरावृत्ति होने पर कड़ी आपत्ति के साथ हर स्तर पर विरोध करने की बात कही गई।
नियमो के विपरीत कार्य पर हादसे में आखिर कौन होगा जिम्मेदार
देखा जाए तो जिस कार्य के आपत्ति के बाद सीनियर रिटायरमेंट के करीब स्वास्थ्य कर्मी को पद से विपरीत कार्य करने को कहां जा रहा था। जिसमें स्वास्थ्य कर्मी ने इंकार कर दिया।वहीं उक्त कार्य बिजली सम्बंधित किया जाता और अगर कोई हादसा घटित हो जाती तो इसकी जिम्मेदारी आखिर किसकी होती । दूसरी ओर स्वास्थ्य कर्मी द्वारा सीधे तौर पर जिस कार्य नही जानने पर कराए जाने पर मना कर दिया गया।यह एक तरह से वाजिब निर्णय भी था। फिलहाल इस तरह स्वास्थ्य कर्मचारियों को घरेलू कर्मचारी की तरह कार्य पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
महिला एई को लाइन इंस्पेक्टर से अभद्रता करना पड़ा भारी
हाल ही के दिनों कोरबा सीएसइबी कालोनी के इर्दगिर्द लाइन में फाल्ट आ गई थी। जिसे लेकर दिन भर विभाग के कर्मचारियों द्वारा कार्य करते हुए मरम्मत की जा रही थी। इस बीच उनके घर मे भी लाइन नही थी। जिससे महिला अधिकारी ए ई माधुरी पटेल भड़क गई। लाइन मैन से फोन पर ही अभद्रता के साथ गालियां देने लगी। इस घटना को आडियो के तौर पर रिकार्ड कर लिया गया। ऐसे में कर्मचारी संगठनों ने मोर्चा संभाला और ज्ञापन दिए। जिस पर उच्च अधिकारियों ने शासन स्तर में जानकारी दी ततपश्चात उनका दूसरे ही दिन तबादला कर दिया गया।