Monday, December 23, 2024
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आचार संहिता का डर

आचार संहिता का डर: चुनाव से पहले शहर को चकाचक करने की जल्दबाजी

3 दिन में दूसरी बार एमआईसी बैठक,44 करोड़ के प्रस्तावों को मंजूरी देने अब विशेष सम्मेलन भी बुलाया

रायगढ़। निकाय चुनाव से पहले शहर को चकाचक दिखाने के लिए आचार संहिता रोड़ा ना बने इसके लिए निगम में 3 दिनों के भीतर दूसरी बार एमआईसी की बैठक बुलाई गई। गुरूवार को 44 करोड़ के प्रस्तावों को मंजूरी देकर महापौर जानकी ने अब विशेष सम्मेलन भी बुलाया है ताकि परिषद से स्वीकृति दिलाकर सडक़ व नाली से लेकर दूसरे विकास कार्य शुरू हो जाएं और चुनाव में जनता से वोट मांगने के दौरान नाराजगी ना झेलना पड़े।

5 साल में शहर के विकास के लिए महापौर व एमआईसी ने जो फूर्ती नहीं दिखाई वो बीते हफ्ते भर के निगम के कामकाज में देखने को मिली है। जर्जर खस्ताहाल हो चुकी शहर की सडक़ों की मरम्मत के लिए सरकारी प्रस्ताव इससे पहले बने तो जरूर लेकिन उसे आगे बढक़र अमलीजामा पहनाने में शहर सरकार फिसड्डी साबित हुई। अब चुनाव सर पर आ गए हैं। अगले हफ्ते विधानसभा सत्र के बाद कभी भी आचार संहिता लग सकती है। ऐसे में शहर की सडक़ों का काम शुरू करना चुनावी लिहाज से बेहद जरूरी हो गया था। यही कारण था कि सडक़ों व दूसरे निर्माण कार्यों के अलावा प्लेसमेंट एजेंसी के टेंडर को भी फाइनल करने के लिए एमआईसी की मंजूरी जरूरी थी। सोमवार की शाम एमआईसी बैठक बुलाई गई लेकिन ज्यादा जल्दबाजी के चक्कर में एक दो कामों के टेंडर की प्रक्रिया अधूरी रह गई। इसलिए गुरूवार को फिर एमआईसी बैठक बुलाई गई और इसमें सडक़ व नाली निर्माण,तालाब और चौक चौराहे सौंदर्यीकरण के करीब 44 करोड़ के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी लेकिन 2 करोड़़ से ज्यादा के कार्यों के लिए निगम की परिषद की अनुमति जरूरी होती है इसलिए अब विशेष सम्मेलन भी बुलाने का ऐलान महापौर जानकी काटजू ने कर दिया है।
विशेष सम्मेलन की चुनावी मजबूरी
आम तौर पर ऐसे प्रस्तावों को सामान्य सभा से मंजूरी दिलाई जाती है और विशेष सम्मेलन किसी आपात स्थिति या ज्वलंत मुद्दों पर ही चर्चा व स्वीकृति के लिए आयोजित होता है लेकिन निगम की सामान्य सभा बुलाने की प्रक्रिया में 21 दिन से अधिक लग जाते और तब तक आचार संहिता लग जाती। ऐसे में अब महापौर ने विशेष सम्मेलन बुलाया है ताकि हफ्ते भर के भीतर ही आचार संहिता से पहले परिषद से स्वीकृति दिलाकर शहर में निर्माण व विकास कार्य शुरू कराए जा सकें।

एमआईसी ने दी 44 करोड़ की स्वीकृति
गुरुवार की एमआईसी बैठक में 44 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों को मंजूरी दी गई। निगम ऑफिस से छातामुड़ा तक 4 करोड़ 13 लाख से बीटी सडक़, 3 करोड़ 41 लाख रुपए की लागत से जिला चिकित्सालय से सदाबहार होटल तक डामरीकृत सडक़ निर्माण, 2 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से गोगा राइस मिल से मि_ूमुंडा चौक से ट्रांसपोर्ट नगर तक डामरीकृत सडक़ निर्माण, जोगीडीपा से रामपुर तक 2 करोड़ 13 लाख रुपए की लागत से सडक़ निर्माण कार्य, अधोसंरचना मद से सतीगुड़ी चौक से कोतरा रोड थाना तक 6 करोड़ 43 लाख की लागत से डामरीकृत सडक़ निर्माण कार्य, एक करोड़ 40 लाख की लागत से केवड़ाबाड़ी चौक से ढिमरापुर चौक होते हुए फ्रेंड्स कॉलोनी तक नाली निर्माण कार्य, सतीगुड़ी चौक से ढिमरापुर चौक तक नाली निर्माण कार्य लागत एक करोड़ 48 लाख संबंधित एजेंडा को स्वीकृत करते हुए परिषद में रखने का निर्णय लिया गया।

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