मेकाहारा में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी, मरीजों को करते हैं रेफर
कार्डियोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट जैसे कई पोस्ट खाली, प्रोफेसरों की कमी से भी पढ़ाई हो रही बाधित
जनकर्म न्यूज
रायगढ़। शहर के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी है। जिससे यहां जिन विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है उससे संबंधित मरीजों को इलाज के लिए बाहर रेफर करना पड़ता है। कार्डियोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट जैसे कई पोस्ट खाली हैं। इतना ही नहीं कई विभागों में प्रोफेसर नहीं होने के कारण छात्रों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।
दरअसल रायगढ़ मेडिकल कॉलेज दूर से ही आलीशान नजर आता है। इस हॉस्पिटल को देखने से ऐसा लगता है मानो हर तरह के इलाज की सुविधाएं यहां उपलब्ध होंगी। यही कारण है कि रोजाना यहां जिला सहित आसपास के जिलों से भी सैकड़ों मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं। वहीं जब यहां की गहराई में जाएं तो सबकुछ दिखावा लगता है। वर्तमान में ज्यादातर मरीजों को हृदय संबंधी समस्याएं होती हैं। दिल के रोगों से संबंधित समस्याओं का इलाज करने के लिए मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजिस्ट ही नहीं है। इसके अलावा यहां न्यूरोलॉस्टि भी नहीं हैं। कई बार सडक़ हादसों में घायल लोग जब मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहुंचते हैं तो उनके सिर पर गंभीर चोट होती है। जिससे घायल के मस्तिष्क पर भी असर पड़ता है, जिसके उपचार के लिए यहां डॉक्टर्स ही नहीं है। ऐसी स्थिति में मरीज को शहर के किसी निजी हॉस्पिटल या जिले से बाहर रेफर कर दिया जाता है। इतना ही नहीं मेडिकल कॉलेज में कीमोथैरेपी की सुविधा भी नहीं है। इसके अलावा यहां के मेडिसीन विभाग, हड्डी रोग विभाग, पीडियाट्रिक विभाग सहित अन्य प्रमुख विभागों में प्रोफेसर ही नहीं है। जिससे यहां पढऩे वाले छात्रों को भी काफी परेशानी होती है।
5 साल से रेडियोलॉजिस्ट का पोस्ट खाली
दरअसल किसी भी डॉक्टर को डायग्नोसिस के लिए सबसे ज्यादा जरूरी रेडियोलॉजिस्ट का रहता है। इलाज से पहले सोनोग्राफी, एक्सरे, सिटी, स्केन एमआरआई की जरूरत पड़ती है। खास बात यह है कि यहां बीते 5 साल से रेडियोलॉजिस्ट नहीं हैं। राज्य शासन द्वारा 1 साल के बांड पर किसी रेडियोलॉजिस्ट को भेज दिया जाता है, वहीं बांड अवधि समाप्त होते ही रेडियोलॉजिस्ट चले जाते हैं। फिर कई माह तक इन सुविधाओं पर विराम लग जाता है। वर्तमान में भी ऐसा ही हुआ है। इससे पहले रेडियोलॉजिस्ट दंपती एक साल तक यहां काम किए और दिसंबर 2023 को यहां से चले गए हैं। तब से इसका पोस्ट खाली है। जिससे वर्तमान में सोनोग्राफी, सिटी स्कैन आदि बंद है। हालांकि सरकार द्वारा इसका पोस्ट निकाला गया है, लेकिन अभी तक किसी की भर्ती नहीं हुई है।





