टीपाखोल के डूबान एरिया में अवैध उत्खनन को लेकर खनिज विभाग ने साधी चुप्पी
जल संसाधन विभाग खेल रह नोटिस-नोटिस का खेल
जनकर्म न्यूज
रायगढ़। टीपाखोल जलाशय के डूबान एरिया में अवैध उत्खनन को लेकर खनिज विभाग ने चुप्पी साध ली है। वहीं इस मामले में अब तक कलेक्टर ने भी गंभीरता नहीं दिखाई है। जिससे सिंचाई विभाग द्वारा उत्खनन करने वाले कंपनी को नोटिस देने की बात कही जा रही है।
दरअसल साल 2003 में खनिज विभाग द्वारा यंगटी एंटरप्राइजेज नामक कंपनी को 50 साल के लीज पर यहां क्वार्टजाइट उत्खनन की अनुमति दे दी गई है। जिससे कंपनी बीते कई सालों से टीपाखोल जलाशय के आसपास खनिज का उत्खनन कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में कंपनी द्वारा जलाशय के डूबान एरिया में उत्खनन किया जा रहा है। जिससे डेम में सीपेज के साथ-साथ डेम क्षतिग्रस्त होने की आशंका बनी हुई है। इस उत्खनन को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग के एसडीओ ने पहले अपने ईई को पत्र लिखा। फिर ईई द्वारा खनिज विभाग को पत्र जारी कर इस उत्खनन को रोकने की बात कही गई और उसकी प्रति कलेक्टर को भी भेजी गई, इसके बाद ईई भी शांत बैठ गए। इस तरह पत्राचार के खेल में यह मामला फिर से दब गया। जिससे अब तक न तो खनिज विभाग द्वारा इस मामले में कोई सक्रियता दिखाई गई और न ही कलेक्टर ने किसी विभाग को जलाशय के डूबान एरिया में हो रहे उत्खनन को लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए। अब जल संसाधन विभाग द्वारा कंपनी को नोटिस जारी करने की बात कही जा रही है।
कभी भी चालू कर सकता है उत्खनन
हाल ही में जल संसाधन विभाग के एसडीओ वीके विश्वाल मौके का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि अभी बारिश के कारण कंपनी ने उत्खनन बंद कर दिया है, लेकिन उसे लीज मिला है इसलिए वो कभी भी खनन कार्य को चालू कर सकता है। ऐसे में मेरे द्वारा कंपनी को नोटिस जारी किया जाएगा कि आपको यहां खनन के लिए जोभी दस्तावेज मिला है उसे मेरे कार्यालय में जमा कराएं। ताकि उसकी जांच की जाएगी। वहीं खनन से पहले हमें सूचित किया जाए।





