5 वार्डों के बीच मात्र 1 गार्बेज फ्री प्वाइंट कैसे अपना शहर बनेगा सुघ्घर रईगढ़
निगम के 48 वार्डों में 10 गार्बेज फ्री प्वाइंट और वहां भी लगा रहता है कचरों का ढेर
जनकर्म न्यूज
रायगढ़। शहर सरकार ने हर 5 वार्डों के बीच में मात्र 1 गार्बेज फ्री प्वाइंट बना कर अपने कर्तव्यों से इतीश्री कर ली है। ऐसे में अपना शहर कैसे सुघ्घर रईगढ़ बनेगा यह शहरवासियों का सबसे बड़ा सवाल है। निगम के 48 वार्डों में सिर्फ 10 गार्बेज फ्री प्वाइंट है। खास बात यह है कि वहां भी कचरों का ढेर लगा रहता है। इस तरह पूरा शहर कचरों से पट गया है।
दरअसल शहर के 48 वार्डों में मात्र 10 गार्बेज फ्री प्वाइंट होना निगम के लिए शर्मनाक है। शहर में वार्डों का निरीक्षण किया जाए तो प्रति वार्ड में आधा दर्जन से अधिक अघोषित कचरा डंपिंग यार्ड नजर आएंगे। जिसकी सफाई भी नगर निगम द्वारा नियमित रूप से नहीं की जाती। सड़े-गले कचरों की बदबू से राहगीर व क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं, लेकिन शहर सरकार का इस ओर कोई सरोकार नजर नहीं आ रहा है। कचरा डंपिंग यार्ड को कम करने के लिए नगर निगम द्वारा पूर्व में गार्बेज फ्री प्वाइंट बना कर अच्छी पहल की शुरुआत की गई, लेकिन अब वह भी ठंडे बस्ते में चला गया है। बोईरदादर, इंदिरा नगर, लोचन नगर, प्रेमनगर, रायगढ़ स्टेडियम, कलेक्टर बंगला के सामने सहित शहर के मात्र 10 स्थानों पर ही फ्री गार्बेज प्वाइंट हैं, जहां घास, फूल-पौधा लगाया गया था। इस तरह अगर पूरे 48 वार्ड में अगर दो-दो भी गार्बेज फ्री प्वाइंट बना दिया जाए तो शहर की सुंदरता बढ़ जाएगी। नगर निगम में आपसी गुटबाजी के कारण सारे कामकाज ठप्प पड़ गए हैंं। वहीं निगम के स्वास्थ्य विभाग का काम भी शहर में नजर नहीं आ रहा है। ऐसे मेें शहर विकास की गति पर विराम सा लग गया है।
देखरेख के अभाव में लोग वहीं फैला रहे हैं गंदगी
शहर के वार्ड क्रमांक 25 लोचन नगर में भी सडक़ किनारे आसपास के 4 वार्डों का कचरा फेंका जाता था। जिस पर रोक लगाने निगम द्वारा यहां गार्बेज फ्री प्वाइंट बनाया गया। बावजूद इसके लोग उसी के बगल में कचरा फेंक कर गंदगी फैला हैं और दोबारा उस स्थान को कचरा डंपिंग यार्ड बना दिए हैं। ऐसा ही हाल प्रेम नगर, बोईराददर दुर्गा मंदिर और बोईरदादर चौक के पास का है। जिससे स्थिति पहले की तरह जस की तस बनी हुई है। क्योंकि नगर निगम द्वारा इसका देखरेख नहीं किया जाता। साथ ही कचरा फेंकने वालों को न तो हिदायत दी जाती है और न ही उन पर कोई कार्रवाई की जाती है। जिससे शहर कचरा मुक्त नहीं हो पा रहा है।
स्वच्छता के संदेश को भी करते हैं अनदेखा
नगर निगम द्वारा शहर के कई स्थानों पर दीवारों पर साफ-साफ लिखा गया है कि यहां कचरा फेंक कर गंदगी नहीं फैलाना है। ताज्जुब की बात यह है कि उन्हीं स्थानों पर ज्यादा कचरा नजर आता है। इतना ही नहीं नगर निगम के पास शहर में कितने गार्बेज फ्री प्वाइंट है उसका रिकार्ड तो है, लेकिन कितने कचरा डंपिंग यार्ड उसका रिकार्ड नहीं है। इससे साफ पता चलता है कि शहर को सुघ्घर बनाने में किसी भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि को कोई दिलचस्पी नहीं है।
जिन स्थानों पर जरूरत वहां नहीं है ध्यान
शहर में ऐसे कई स्थान हैं जहां गार्बेज फ्री प्वाइंट बनाने की जरूरत है, लेकिन उन स्थानों में शहर सरकार को कचरा ही रास आ रहा है। पूरे साल भर रेलवे स्टेशन मार्ग में माल धक्का के पास, पुराना जिला बाल संरक्षण ईकाई कार्यालय के सामने, उपभोक्ता फोरम के पास, चांदनी चौक पुलिया के पास, चांदमारी-इंदिरा नगर मार्ग में, शालिनी स्कूल मार्ग, गांधी गंज आदि स्थानों में कचरों का ढेर देखा जा सकता है। यहां गार्बेज फ्री प्वाइंट बनाया जाए तो शायद लोग कचरा फेंकने में परहेज करेंगे। लेकिन शहर सरकार व निगम प्रशासन को इतनी फुर्सत ही नहीं कि वो इस ओर ध्यान दें।
