भोलू को कुली बनाने के फरमान पर आपत्ति, रनिंग स्टाफ ने दिया धरना
रेलवे प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ नारेबाजी कर स्टेशन मास्टर को सौंपा ज्ञापन
जनकर्म न्यूज
रायगढ़। सेफ्टी लाइन बॉक्स को बंद कर भोलू के कुली बनाने के फरमान पर ऑल इंडिया गार्ड्स काउंसिल (रनिंग स्टाफ) ने आपत्ति जताई है। बुधवार को रनिंग स्टाफ द्वारा रायगढ़, खरसिया लॉबी के सामने धरना प्रदर्शन कर रेलवे प्रशासन के तानाशाही के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। वहीं इस फैसले को वापस लेने रेलवे बोर्ड के सीईओ के नाम स्टेशन मास्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
दरअसल रेलवे की भाषा में रनिंग स्टाफ को भोलू कहा जाता है। रेलवे बोर्ड द्वारा भोलू को कुली बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यह हम नहीं बल्कि रनिंग स्टाफ कह रहे हैं। उनकी मानें तो अब तक रनिंग स्टाफ अपने साथ ट्रेन में सेफ्टी का लाइन बॉक्स (पेटी) लेकर जाते थे। जिसे ट्रेन में चढ़ाने-उतारने के लिए बकायदा एक कुली रहता था, लेकिन रेलवे बोर्ड द्वारा अब इस सिस्टम को बंद किया जा रहा है। रेलवे की मानें तो रनिंग स्टाफ को अब पेटी के जगह ट्राली बैग दिया जाएगा। जिसमें वे सुरक्षा के उपकरण खुद लेकर जाएंगे और ट्रेन में चढ़ाएंगे और उतारेंगे। जिसका विरोध ऑल इंडिया गार्ड्स काउंसिल द्वारा किया जा रहा है। रनिंग स्टाफ का कहना है कि ट्राली बैग में सुरक्षा के सामान, खाना, पानी, छाता टार्च आदि भरने से वह 30 किलो से उपर हो जाएगा। ऐसे में वो उतने भारी बैग को एक से डेढ़ किमी तक चल कर कैसे लेकर जाएंगे। इस संबंध ऑल इंडिया गार्ड्स काउंसिल द्वारा हाईकोर्ट में केस दायर किया गया। जिस पर हाईकोर्ट ने रनिंग स्टाफ के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि वो अपने साथ सुरक्षा के संसाधन लेकर जाएंगे, लेकिन पेटी में या बैग में यह फैसला रेलवे के अधिकारी अपने स्तर से कर लें। तब रेलवे द्वारा इसका इसका ऑप्शन ढूंढ कर पेटी की जगह ट्राली बैग ले जाने का निर्देश जारी किया गया है। जिससे अब भोलू खुद कुली बन कर काम करेगा। यही कारण है कि बुधवार को ऑल इंडिया सहित रायगढ़ और खरसिया में रनिंग स्टाफ द्वारा सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक लॉबी के सामने धरना प्रदर्शन किया गया। वहीं नारेबाजी करते हुए स्टेशन मास्टर के चेंबर तक पहुंच कर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है।
यह है रनिंग स्टाफ की मांग
४ट्रॉली बैग का प्रावधान वापस लेकर लाइन बॉक्स का संचालन जारी रखा जाए।
४संरक्षा उपकरणों का बोझ रनिंग स्टाफ पर डालना बंद किया जाए।
४संरक्षा उपकरण ब्रेकवान में रखना सुनिश्चित किया जाए।
४आधुनिकता के नाम पर कर्मचारियों का शोषण बंद किया जाए।
४ट्रेन मैनेजर के पद के अनुरूप सम्मान बनाए रखें, भोलू गार्ड को कुली न बनाएं।
४ट्रेन मैनेजर का प्रारंभिक वेतनमान 4200 ग्रेड पे (लेबल 6) निर्धारित कर एमएसीपी लागू किया जाए।
४मालगाड़ी ब्रेकवान में कुर्सी, लाइट, पंखा और पानी के साथ लॉकिंग की व्यवस्था उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाए।
४सभी रेलवे कर्मचारियों को पुरानी पेंशन (ओपीएस) लागू किया जाए
