सेठ आशाराम परिवार रायगढ़ द्वारा 4 सितंबर से 10 सितंबर तक होटल श्रेष्ठा रायगढ़ में होगा पितृ मोक्षार्थ श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह, हमारे हनुमान उज्जैन,जीवन प्रबंधन के गुरु पंडित विजय शंकर मेहता जी करवायंगे कथा का रसपान
रायगढ़ के प्रतिष्ठित आशाराम परिवार द्वारा आगामी 4 सितंबर से 10 सितंबर तक होटल श्रेष्ठ जिंदल रोड रायगढ़ में पितृ मोक्षार्थ श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, इस कार्यक्रम में जहां हमारे हनुमान परिवार उज्जैन के प्रमुख संस्थापक एवं जीवन प्रबंधन के गुरु पंडित विजय शंकर जी मेहता व्यास पीठ पर विराजमान होकर अपनी अमृतमय वाणी से कथा का रसपान कराएंगे,एवम कथा प्रतिदिन दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक होगी
उपरोक्त जानकारी देते हुए आयोजक सेठ आशाराम परिवार के सदस्यों ने बताया कि प्रभु की असीम कृपा से हमें श्रीमद् भागवत कथा के अमृतरस का श्रवण करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है, जो हमें सुखी परिवार का रहस्य सिखाएगी। महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित ग्रंथ भागवत में समस्त शास्त्रों का सार है और जीवन का व्यवहार है,श्रीमद् भागवत महापुराण 18 पुराणों में से एक है। इसमें 12 सेक्शन 335 चैप्टर और 18 हजार श्लोक हैं। इस ग्रंथ के नायक भगवान श्री कृष्ण है। भागवत कथा मुख्य रूप से तीन उद्देश्यों को लेकर की जाती है- पितृ की तृप्ति के लिए, हमारे वर्तमान को साधने के लिए, बच्चों का भविष्य संवारने के लिए है, आयोजक परिवार ने बताया कि श्रीमद् भागवत महापुराण की नवीन दृष्टि से व्याख्या करने हेतु व्यासपीठ पर विराजित होंगे, पं. विजयशंकर मेहता, हमारे हनुमान परिवार, उज्जैन जिनकी अमृतमयी वाणी से प्रतिदिन दिनांक 04 से 10 सितम्बर 2024 तक कार्यक्रमानुसार आपसे करबद्ध प्रार्थना है कि इस परम पावन अनुपम आयोजन में सपरिवार पधारकर अमृतज्ञान सुन प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त करे
जीवन प्रबंधन के गुरु पंडित विजय शंकर मेहता जी का परिचय एक नजर में
धर्म व अध्यात्म के प्रति नई सोच, पैनी दृष्टि और बेजोड़ वाकशैली के धनी पं. विजयशंकर मेहता देश-दुनिया में जीवन प्रबंधन गुरू के रूप में जाने-पहचाने जाते हैं, कथा-प्रवचनों की सतत यात्रा में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तक का सफर कर चुके हैं, एक रंगकर्मी, बैंककर्मी और देश के अग्रणी हिंदी समाचार पत्र दैनिक भास्कर में लेखक-संपादक के रूप में प्रमुख भूमिका निभाने के बाद वर्ष 2008 में अध्यात्म यात्रा आरंभ की। जीवन से जुड़े पांच प्रमुख उद्देश्यों को लेकर ‘जीवन प्रबंधन समूह’ की स्थापना करते हुए कथा-प्रवचनों का सिलसिला शुरू किया, सतत परिश्रम के पर्याय, अपने अनुचरों के लिए प्रेरणास्वरूप पं. मेहता व्याख्यान-प्रवचन के क्षेत्र में कई अनूठे कीर्तिमान गढ़ चुके हैं, वर्ष 2009 में पाकिस्तान के आठ नगरों में नौ दिन में 13 व्याज्यान देकर लोकप्रियता स्थापित की, 2012 में देश के विभिन्न क्षेत्रों में 106 दिनों में 108 व्याख्यान दिए। इसी प्रकार 2018 में 365 दिनों में देश-दुनिया में 256 व्याख्यान दे चुके हैं,2020 में कोरोना महामारी के दौरान लॉक-डाउन अवधि में (24 मार्च से 31 मई) 69 दिनों में 73 ऑनलाईन व्याख्यान देकर अध्यात्म के क्षेत्र में अनूठा कीर्तिमान स्थापित करते हुए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुए। अपने आपमें अनूठी इस व्याख्यान श्रृंखला को दुनियाभर में सराहना मिली, सतत साहित्य साधना एवं अपने प्रखर चिंतन से राष्ट्र-उत्थान की दिशा में अनुकरणीय अवदान के लिए 2023 का डॉ. हेडगेवार राष्ट्रीय प्रज्ञा सम्मान प्राप्त हुआ, मई 2024 तक भारत सहित दुनिया के 24 अन्य देशों में 133 विषयों पर 6000 से अधिक व्याख्यान सहित 45 पुस्तकें लिख चुके हैं, लेखक-स्तंभकार के रूप में देश के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले हिंदी समाचार पत्र दैनिक भास्कर तथा उसके सह’ संस्करण दिव्य भास्कर, दिव्य मराठी आदि में नियमित प्रकाशित कॉलम ‘जीने की राह’ में खूब पढ़े व पसंद किए जाते हैं, आप ही की प्रेरणा से वर्षभर में देश के विभिन्न शहरों में श्री हनुमार चालीसा महापाठ के अनूठे आयोजन किए जाते हैं। विभिन्न टीवी चैनलों के माध्यम से देश-दुनिया के करोड़ों हनुमान भक्त इनसे जुड़ते हैं, आपकी प्रेरणा से मप्र के उज्जैन नगर में पावन शिप्रा नदी के किनारे विश्व के पहले अनूठे ध्यान केन्द्र ‘शान्तम्’ का निर्माण किया गया। यहां श्री हनुमान चालीसा से मेडिटेशन के विशेष कोर्स के साथ गो-ध्यान करवाया जाता है, अपने गृहस्थ दायित्वों का निर्वहन करते हुए कथा-प्रवचनों के माध्यम से दुनियाभर में हनुमान जी और हनुमान चालीसा के निरंतर परिवार बचाओ तथा शांति का संदेश देते आ रहे पं. विजय शंकर मेहता उज्जैन (मप्र) के निवासी है
रायगढ़ में 4 सितंबर से होने वाली श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के इस भव्यआयोजन में सेठ आशाराम परिवार के राधेश्याम कोरबा, प्रमोद (बब्बू), सुरेशआनंद (कोलकाता), प्रमोद (पेन्ट),कमल, प्रदीप, अरूण, अजय (रायपुर), सोनील, आशीष (गोलू), योगेश, अखिल, कौशल अंकुर (कोरबा), हर्ष अग्रवाल (लंदन), मनीष नितिन, मनन, देवेश, अंकित, अर्पित, राघव, विधान, जय, कृष्णा जुटे हुए हैं,
आयोजक परिवार के सदस्यों ने सभी धर्म प्रेमियों से सह परिवार इस श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह में कथा श्रवण कर पुण्य का भागी बनने का आग्रह किया है।