Tuesday, October 14, 2025
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एक घर में दो आवास स्वीकृत,मां बेटे व पति पत्नी के नाम पर भी था पीएम आवास

एक घर में दो आवास स्वीकृत,मां बेटे व पति पत्नी के नाम पर भी था पीएम आवास
लैलूंगा सीएमओ के कार्यकाल में हुई प्रधानमंत्री आवास योजना में धांधली

लैलूंगा। नगर पंचायत लैलूंगा में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) में जमकर धांधली सामने आ रही है। तत्कालीन प्रभारी सीएमओ बने सीपी श्रीवास्तव ने धांधली व भ्रष्टाचार का खुला खेल खेला। जिसमें अब परत दर परत कारनामे की कलाइयां खुलती जा रही हैं।

नगर पंचायत लैलूंगा में प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी रहे सी पी श्रीवास्तव के काले कारनामे एक एक कर सामने आ रहे हैं। विगत कुछ दिनों से प्रधानमंत्री आवास हुई धांधली सामने आ रही है। अपात्र लोगो को आवास की स्वीकृति दी गयी। पति पत्नी दोनों के नाम से आवास पास हुए। हितग्राही के खाते में राशि डालने की जगह पंचायत कर्मी के खाते में अंतरित करने का अनूठा मामला सामने आया। पत्नी मीना शाह का मकान बना और राशि मिल गयी। सुखदेव शाह का आवास ही नहीं बना और पूरी राशि का आहरण भी हो गया। ग्राउंड रिपोर्ट में जनकर्म संवाददाता ने पाया कि हितग्राही सुखदेव शाह की तीन किश्त की राशि सुखदेव सिदार के खाते में अंतरित की गयी और आहरण भी कर लिया गया। दरअसल सुखदेव शाह दंपति के नाम से स्वीकृति देकर एक आवास की राशि का गबन का प्लान बनाया गया था। जिसके लिए बाकायदा मिलता जुलता नाम का हितग्राही खोजा गया। पूर्व पंचायत कर्मी सुखदेव सिदार के खाते में सुखदेव शाह की राशि डाली गयी। मामला उजागर होने एवं फंसने के डर से राशि निकाय खाते में चार साल बाद वापस कर दी गयी है। अब यह जानकारी नहीं मिल पा रही है कि उक्त वापस की गयी रकम किसके द्वारा की गयी है और क्यों की गयी है। वहीं प पीएम आवास घोटाले में अब एक और मामला सामने आया है। जिसमें सनकुँवर मुंडा/ रंजीत मुंडा के नाम से आवास स्वीकृत हुआ। जिसे बनाया ही नहीं गया लेकिन आवास की राशि फर्जी जिओटैग एवं फ़ोटो अपलोड कर निकाल ली गयी है। लाभार्थी को पता ही नहीं है कि उसका आवास स्वीकृत भी हुआ है। इस मामले में फिर से राशि को मिलते जुलते नाम के खाते में डाला गया है।

मां व बेटे के नाम पर भी दिया आवास
पीएम आवास में नगर सीमा के बाहर ग्रामीण इलाके में रहने वाले का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में जोड़ा गया है। एक ही घर में दो लोगो (मां और अविवाहित बेटे) को आवास दिया गया तथा कई किराए की कॉलोनी के मालिक का आवास स्वीकृत कराया गया। उक्त सभी घोटाले जांच में सामने आ रहे है। सूचना के अधिकार में मिली हितग्राही लिस्ट से खुलासे हो रहे हैं।राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना में हुई व्यापक धांधली व भ्रष्टाचार में संलिप्त दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश विगत दिवस हुई समीक्षा बैठक में दिया गया है।

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