बलौदाबाजार कांड में देवेंद्र के खिलाफ सबूत हैं तो बताएं भाजपा: उमेश पटेल
कांग्रेस ने सामूहिक दुष्कर्म के विरोध में काली पट्टी बांधकर निकाला मौन जुलूसरायगढ़। शुक्रवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में उमेश पटेल ने बलौदाबाजार में हुई हिंसा, कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी और रायगढ़ में एक आदिवासी महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म जैसे गंभीर मुद्दों को उठाते हुए भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
बलौदाबाजार हिंसा के बाद भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी और कांग्रेस नेताओं को इस हिंसा कांड में घसीटने को लेकर उमेश पटेल ने साय सरकार पर तीखा हमला बोला है। पटेल ने आरोप लगाया कि देवेंद्र यादव पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। पटेल ने भाजपा सरकार को चुनौती दी कि अगर उनके पास देवेंद्र यादव के खिलाफ ठोस सबूत हैं, तो उन्हें सार्वजनिक किया जाए। पटेल ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूछा कि भाजपा से जुड़े सनम जांगड़े ने रैली और प्रदर्शन की अनुमति ली थी, पर उन पर क्या कार्रवाई की गई? कितने भाजपा नेताओं को नोटिस जारी किया गया और उनसे पूछताछ की गई? रैली के लिए व्यवस्था किसने की और हिंसक भीड़ को नियंत्रित क्यों नहीं किया गया। पटेल ने बलौदा बाजार हिंसा की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने साय सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों को नुकसान पहुंचाने और पुलिस प्रशासन को पंगु बनाकर कार्यकर्ता की तरह उपयोग करने का गंभीर आरोप लगाया है।प्रेसवार्ता के बाद कांग्रेस ने उमेश पटेल के नेतृत्व में राज्य में लचर कानून व्यवस्था और पुसौर सामूहिक दुष्कर्म के विरोध में जिला कांग्रेस कार्यालय से गांधी प्रतिमा तक काली पट्टी लगाकर मौन रैली निकाली।