Monday, October 13, 2025
Google search engine
HomeBlogपीएम आवास निर्माण में देरी होने से प्रदेश में प्रगति से एक...

पीएम आवास निर्माण में देरी होने से प्रदेश में प्रगति से एक पायदान नीचे उतरा रायगढ़

पीएम आवास निर्माण में देरी होने से प्रदेश में प्रगति से एक पायदान नीचे उतरा रायगढ़

आवास बनाने हितग्राही नहीं दिखा रहे रूचि, जिससे पिछड़ रहा जिला

रायगढ़। पीएम आवास निर्माण में देरी होने से प्रदेश स्तर में रायगढ़ जिला एक पायदान नीचे उतर गया है। माहभर पहले जहां रायगढ़ निर्माण की प्रगति में प्रदेश में 5वें स्थान पर था अब 6वें स्थान पर पहुंच गया है। हितग्राहियों द्वारा अवास बनाने में रूचि नहीं दिखाने के कारण अपना जिला पिछड़ता जा रहा है। ऐसे लोगों पर प्रशासन कार्रवाई भी नहीं कर रहा है।
दरअसल जिले में वर्ष 2016-17 में पीएम आवास योजना शुरू हुई है। तब से लेकर वर्ष 2022-23 तक जिला पंचायत को जिले में 57 हजार 793 मकान बनाने का लक्ष्य मिला है। अब तक 55 हजार 104 मकान की बन पाए हैं, जबकि 2 हजार 689 मकान अपूर्ण हैं। अगर प्रतिशत में बात करें तो 95 प्रतिशत मकान बन कर तैयार हैं जबकि 5 प्रतिशत मकानों का ही निर्माण होना बाकी है। माहभर पहले पीएम आवास को लेकर रायगढ़ जिला प्रदेश में 5वें पायदान पर था। वहीं वर्तमान में स्थिति में 5वें स्थान पर मुंगेली और 6वें स्थान पर रायगढ़ आ गया है। जिला पंचायत के अधिकारी की मानें तो जो अपूर्ण मकान हैं उनमें से करीब 1500 हितग्राही आवास बनाने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं। कई हितग्राही मकान के किश्त की राशि को अपने निजी काम में खर्च कर चुके हैं तो कई राशि लेकर काम ही आगे नहीं बढ़ा रहे हैं। ऐसे हितग्राहियों को नोटिस भी भेजा जा रहा है और एसडीएम कोर्ट में उनकी पेशी भी हो रही है। बावजूद इसके हितग्राही मकान का काम पूर्ण नहीं कर रहे हैं।
*दो सालों से नहीं मिला है लक्ष्य*
जानकारी के अनुसार विभाग को 2023-24 व 2024-25 का लक्ष्य अब तक नहीं मिला है। इसका कारण यह है कि पहले से ही वेटिंग लिस्ट बढ़ती जा रही है, ऐसे में नए हितग्राहियों का नाम पीएम आवास की सूची में आने के बाद मकान निर्माण में लेटलतीफी होने से भविष्य में परेशानी होगी। यही कारण है कि अभी तक शासन से पीएम आवास का कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है।

इन्हें मिलेगी पहली प्राथमिकता
जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार 2016-17 से 22-23 तक पीएम आवास बनाने का जो लक्ष्य मिला था उनके अलावा भी 18 हजार 671 हितग्राही हैं जोकि वेटिंग लिस्ट में हैं। इसी तरह जिनका नाम वेटिंग लिस्ट में छूट गया था वैसे आवास प्लस वाले 36 हजार 489 हितग्राहियों का नाम भी वर्ष 2018-19 में जोड़ा गया है। इस तरह अब तक कुल 55 हजार 160 हितग्राही वेटिंग लिस्ट में हैं। सूत्रों की मानें तो जब शासन से नया लक्ष्य मिलेगा तब इन हितग्राहियों को पहली प्राथमिकता दी जाएगी।

धरमजयगढ़ में सबसे ज्यादा मकान अपूर्ण
धरमजयगढ़ में आवास निर्माण में सबसे ज्यादा लापरवाही बरती जा रही है। यहां के हितग्राही मकान बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। इस प्रकार शासन की पैसे की बर्बादी की जा रही है। यहां जिले के सभी 7 ब्लॉकों में सबसे ज्यादा 1174 मकान अपूर्ण हैं। जिससे विभागीय अधिकारियों की परेशानी बढ़ गई है।

जिले में पीएम आवास की प्रगति
ब्लॉक लक्ष्य पूर्ण मकान अपूर्ण
धरमजयगढ़ 14576 13402 1174
घरघोड़ा 4857 4632 225
खरसिया 9569 9179 390
लैलूंगा 4677 4503 174
पुसौर 10825 10459 366
तमनार 4270 4149 121
रायगढ़ 9091 8780 239
टोटल 57793 55104 2689
————————
वर्सन
पिछले माह आवास निर्माण की प्रगति में रायगढ़ जिला 5वें पायदान पर था, लेकिन अब एक पायदान नीचे उतर गया है। हितग्राहियों द्वारा आवास बनाने में रूचि नहीं दिखाने का ही यह नतीजा है। हमारे द्वारा जल्द से जल्द मकान निर्माण का काम पूर्ण कराने लगातार प्रयास किया जा रहा है।
हरिशंकर पटेल, जिला कॉर्डिनेटर, पीएम आवास योजना, ग्रामीण

spot_img
spot_img

JANKARM DAILY EPAPER

Recent Artical