हर-हर शंभू के जयकारों से गूंज उठे शिवालयसावन सोमवार के पहले दिन शिव मंदिरों में उमड़ा भक्तों का जन सैलाबरायगढ़। 23 जुलाई को सावन सोमवार के पहले दिन शहर सहित अंचल के शिव मंदिरों में सुबह से ही शिव भक्तों का तांता लगा रहा। दर्शनों का सिलसिला रात तक चला। इस दिन युवाओं के साथ-साथ महिलाओं व बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला। शिवालयों में पूजा-अर्चना के साथ हर-हर शंभू, ओम नम: शिवाय व हर-हर महादेव के जयकारे गूंजायमान रहे।
सोमवार को शिव मंदिरों में हजारों की संख्या में श्रद्धालु भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने पहुंचे थे। शहरी क्षेत्र के साथ पूरा अंचल इस दिन शिवमय हो गया था। भगवान शंकर के अभिषेक के लिए मंदिरों के बाहर सैकड़ों की तादाद में भक्त कतार में लगे रहे। पूरे दिन भजन-कीर्तन और जाप का आलम था। ज्ञात हो कि सावन सोमवार के पूर्व से ही मंदिरों को विशेष रूप से तैयार किया जा रहा था। इस दिन सुबह से ही भगवान शिव का जलाभिषेक-दूधाभिषेक शुरू हो गया। शहर के गौरीशंकर मंदिर, सत्यनारायण बाबाधाम, निकले महादेव मंदिर, महेश्वर महादेव मंदिर, पंचमुखी साईं मंदिर, भरत कूप स्थित शिव मंदिर, पहाड़ मंदिर, बेलादुला भोले मंदिर, खर्राघाट मरीन ड्राइव स्थित शिव मंदिर, बाघ तालाब स्थित शिव मंदिर, भुजबंधान शिव मंदिर के अलावा शहर के दूर मानकामेश्वर मंदिर, बंजारी मंदिर स्थित शिव मंदिर में श्रद्धालु काफी संख्या में पहुंचे हुए थे। ज्ञात हो कि पवित्र सावन माह में कई व्रत और त्योहार पड़ते हैं, यही कारण है कि इस पूरे माह को श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। वहीं इस बार सावन का महीना 22 जुलाई से प्रारंभ होकर 19 अगस्त तक होगा। इस पवित्र माह में भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना की जाती है। हिन्दू देवताओं में भगवान भोले नाथ को सर्वोच्च भगवान माना जाता है, जिसमे सावन का महीना हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण महीना होता है। यह महीना खासकर शिवजी की पूजा के लिए समर्पित होता है। सावन का महीना शिवजी की कृपा पाने के लिए सबसे सर्वोत्तम माना गया है।
भजन कीर्तन का हुआ आयोजन
शहर सहित आसपास के शिव मंदिरों में सुबह से ही भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया था, जोकि देर रात तक चलता रहा। इस आयोजन में पुरूषों के अलावा मंहिलाओं ने भी अपनी भागीदारी निभाई। भगवान शिव के एक से बढ़ कर एक गीत गाकर कीर्तन मंडली ने बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति दी। पूरा अंचल भगवान शंकर के गीतों से गूंजायमान रहा।
*बाबाधाम में जल चढ़ाने भक्तों की लगी रही कतार*
सावन सोमवार को कोसमनारा स्थित बाबाधाम में जल चढ़ाने के लिए सुबह से ही भक्तों की कतार लगी रही। यहां जिले के अलावा बाहर से भी श्रद्धालु बाबा जी के दर्शन करने और जलाभिषेक करने के लिए आए हुए थे। रायगढ़ के बाबा सत्यनारायण धाम के साथ-साथ शहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु ओडिशा के घोघड़, देवधर के बाबाधाम में जल चढ़ाने लिए भी पहुंचे हुए थे।
*सेठी नगर के दुर्गा मंदिर में महिला मंडल ने किया रुद्राभिषेक*
सावन के पहले सोमवार को शहर के सेठी नगर स्थित दुर्गा मंदिर में भी ओम नम: शिवाय का नारा गूंजा। कॉलोनी की महिला मंडल ने मन्दिर में रुद्राभिषेक कर भोले भंडारी को याद करते हुए सुख-समृद्धि की कामना की। सामाजिक, धार्मिक कार्यों में अग्रणी सेठी नगर की महिला मंडल ने श्रावण मास को बेहद खास बनाने के लिए पहले से ही तैयारी कर रखी है। सावन के पहले सोमवार 22 जुलाई की सुबह महिला मंडल की सदस्यों ने पूरे भक्ति भाव के साथ दुर्गा मंदिर स्थित शिवलिंग में विशेष पूजा कर रुद्राभिषेक किया। पंडित द्वारा मंत्रोच्चार के साथ ही महिलाओं ने परिजनों के साथ महादेव का स्मरण कर उन्हें बेल पत्र, धतूरा, शमी पत्र, दूध, शहद और पुष्प अर्पित करते हुए ओम नम: शिवाय का जाप किया।
*महादेवसाल स्टेशन में 6 गाडिय़ों के अस्थायी ठहराव की सुविधा*
रेलवे प्रशासन द्वारा महादेवसाल मंदिर में आयोजित श्रावणी मेला के अवसर पर श्रद्धालुओं की विशेष सुविधा को देखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल के महादेवसाल स्टेशन में 6 गाडिय़ों का 2 मिनट के लिए अस्थायी ठहराव की सुविधा दी गई है। अस्थायी ठहराव की यह सुविधा 22 जुलाई से 22 अगस्त तक उपलब्ध रहेगी। जिसमें गाड़ी संख्या 13287/13288 दुर्ग-आरा-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस, 22 अगस्त तक प्रत्येक रविवार व सोमवार को महादेवसाल स्टेशन में 2 मिनट के लिए रुकेगी। गाड़ी संख्या 18109/18110 टाटानगर-इतवारी-टाटानगर एक्सप्रेस, 22 अगस्त तक प्रतिदिन महादेवसाल स्टेशन में 2 मिनट के लिए रुकेगी। गाड़ी संख्या 18113/18114 टाटानगर-बिलासपुर-टाटानगर एक्सप्रेस, 22 अगस्त तक प्रतिदिन महादेवसाल स्टेशन में 2 मिनट के लिए रुकेगी।