वर्षो से जर्जर सड़क को चुनाव से पहले लाखों रुपये की राशि खर्च कर बनाया गया
रायगढ़ (जनकर्म न्यूज़)। शहर के सड़को का हाल बेहाल वर्षो हैं इसे दुरस्त करने के लिए निगम प्रशासन बीते साल अलग अलग सड़कों के लिए लाखो रुपये खर्च कर शासन का 1करोड़ो रूपये विकास के नाम पर सड़क मरम्मत तथा निर्माण कराया। आलम यह है कि शहर में नवनिर्माण बीटी सड़क की परत कई क्षेत्रों से उधड़ गई है जो गुणवत्ता की पोल खोलकर कर स्वयं रख दिया है। जिसमे बने बड़े बड़े गढ्ढे सड़क में हुए भ्रष्टाचार की कहानियों को उजागर कर रहा है और उक्त मार्ग से आवागमन करना जानलेवा बन रहा है।
गौरतलब हो कि 5 से 6 वर्ष तक जर्जरता की दंश झेल रहे जेल परिसर काम्प्लेक्स की सड़क को
नगर निगम द्वारा जेल रोड को वर्ष 2021 के मध्य बनाया था। फिर चुनाव से पूर्व भी इसी तरह निर्माण कराया गया।जबकि निर्माण के दो दिन के बाद से ही गुणवत्ताहीन सड़क कही उखड़ने लगी तो परत छोड़ रही है। इसी तरह शहर के अन्य सड़क में भी निगम प्रशासन द्वारा जिस ठेकेदार को कार्यादेश दिया है वह निर्माण में गुणवत्ता को दरकिनार कर दिया।जिसकी मॉनिटरिंग नही होने से सड़क का हाल पूर्व की भांति बन गया है।शहर की जर्जर सड़क अब फिर जर्जरता की मार झेलने को मजबूर है। जिसके चलते इसका सीधा असर लोगो को आवागमन में पड़ रहा है। वही जनता के राशि का दुरुपयोग होने पर आम जन जनप्रतिनिधियों द्वारा निगम प्रशासन तथा शहर सरकार पर तीखे आरोप भी भ्रष्टाचार कमीशन खोरी को लेकर लगा रहे है।
जानलेवा साबित ही रहे गड्ढे
शहर के अधिकांश मार्ग में जानलेवा गढ्ढे बन गए है इन
गड्ढों से वाहन चालक भी खासे परेशान रहते हैं। जरा सी चूक के कारण छोटी-छोटी दुर्घटनाएं अक्सर हो रहीं हैं। जबकि जेल परिसर मार्ग की सड़कों में साइकिल एवं बाइक चलाने वालों की दिक्कतें इन दिनों नगर निगम की बेरुखी से और बढ़ती जा रही हैं। इन गड्ढों को पाटने या सड़कों की मरम्मत करने में नगर पालिक निगम रुचि नहीं दिखा रही है। जिससे लोगों की दिक्कतें और बढ़ गई हैं।
घटिया निर्माण की पोल खोल रहा गड्ढा
शहर की सड़क में गढ्ढो से आमजनता जान हथेली में रखकर आवागमन कर रही है। इसके साथ ही हाल ही में करोड़ों रुपये खर्च कर बीटी सड़क बनाया गया था जिसमें भी बड़े बड़े गढ्ढे बन गए है कई मार्ग निगम प्रशासन की घटिया निर्माण की पोल खोल रहा है। लेकिन जिम्मेदार विभाग काम काज में लापरवाही व गुणवत्ता विहीन की शिकायत होने के बाद भी इस ओर ध्यान देने कार्रवाई करने के बजाए उदासीनता बरतता है।