निगम क्षेत्र में संजय मार्केट समेत स्वीकृत 36 विकास कार्य लेटलतीफी के चलते नई सरकार ने की निरस्त
शहर सरकार की उदासीनता से जनहित कार्यो की सौगात दफ्तर के फाइलों में थी लंबे समय से कैद
रायगढ़ (जनकर्म न्यूज़) नगर निगम शहर सरकार व प्रशासनिक अधिकारी की उदासीनता का खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है । आने वाले समय में विकास कार्य से शहर मानो 2 पंच वर्षीय पीछे चला गया।विकास
कार्यो की फेहरिस्त में 20 करोड़ 71 लाख के अधोसंरचना मद के कार्य निरस्त कर दिए गए हैं। जिसमें 14 करोड़ की राशि से बनने वाले बहुप्रतीक्षित संजय काम्प्लेक्स सब्जी मंडी शामिल है।
ज्ञात हो कि नई सरकार आते ही 2021 से 2023 तक स्वीकृत 151 कार्य में से 36 अप्रारंभ कार्य निरस्त किया गया है। जिसमें 14 करोड़ की लागत से संजय काम्प्लेक्स सब्जी मंडी का निर्माण एवं विकास कार्य शामिल है। साथ ही करीब 6 करोड़ 71 लाख के सीसी सडक़ निर्माण कार्य, बीटी रोड मरम्मत कार्य एवं सामुदायिक भवन निर्माण व नाली व सेड निर्माण के कार्य हैं। इसकी वजह केवल पुरानी सरकार द्वारा स्वीकृति कार्य के बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं होने है। यही वजह है कि रायगढ़ नगर निगम के कल 36 अप्रारंभ कार्य को निरस्त किया गया है। दरअसल रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 से लेकर 2023 24 में 151 अधोसंरचना मद के कार्य स्वीकृत किए गए थे, लेकिन अलग-अलग कारणों से स्वीकृत कार्य का काम प्रारंभ नहीं कराया जा सका। जिससे राज्य शासन द्वारा ऐसे सभी अप्रारंभ कार्यों के निरस्त करने के निर्देश दिए हैं। निगम सूत्रों के मुताबिक रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र में स्वीकृत कार्यों के लिए प्रारंभिक प्रक्रिया शुरू की गई थी। कई कार्यो के टेंडर की प्रक्रिया चल रही थी कई कार्यो के लिए वर्क आर्डर भी जारी कर दिया गया था कुछ कार्यों को बरसात का मौसम और आचार संहिता लागू होने के कारण कार्य प्रारंभ नहीं किया जा सका था ऐसी अप्रारंभ कार्यों की सूची तैयार कर शासन को प्रेषित किया गया है। शहर सरकार के निगम क्षेत्र में अधोसंरचना मद के कार्यों को त्वरित गति से प्रारंभ करने की दिशा में गंभीर नहीं होने की स्थिति को दर्शाता है। होना तो यह चाहिए था कि स्वीकृत कार्य निर्धारित समय सीमा पर पूर्ण करने सभी तरह की अड़चनों को समय रहते दूर कर लिया जाता तो आज यह स्थिति नही बनती ।बहरहाल शहर सरकार तथा निगम के उदासीनता में आयुक्त व अन्य अधिकारियों के उदासीन रवैया का खामियाजा शहर की दो लाख से अधिक जनता को उठाना पड़ेगा।मानो शहर सरकार तथा नगम प्रशासन के चलते शहर विकास दस वर्ष पीछे चला गया हैं।
विभाग के बीच की खींचतान में लटका रोड़ा, निगम प्रशासन रही मौन
संजय काम्प्लेक्स दैनिक सब्जी मंडी के निर्माण एवं विकास कार्य के लिए तत्कालीन शासन ने 14 करोड़ फंड जारी करने की घोषणा की थी। जिसकी स्वीकृति 6 जुलाई 2021 में प्रदान की गई थी। वर्क आर्डर भी जारी हुआ। लेकिन निर्माण आरंभ नही हुआ। इतवारी बाजार में सब्जी मंडी अस्थाई रूप से संचालित करने छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विपणन मंडी बोर्ड ने विस्थापित करने का आदेश नही दिया। यही से संजय काम्प्लेक्स का काम लटक गया। चूंकि प्रशासन की जिम्मेदारी थी कि उक्त मसले को हल कर विवाद का पटाक्षेप कर विकास की गति दी जाए किन्तु यह हो नही पाया। इसकी वजह जनप्रतिनिधियों के मुताबिक नगर निगम प्रशासन तथा उसके मुखिया आयुक्त हैं।
जनप्रतिनिधि आमजन सब चाहते है बने बाजार पर लापरवाह है निगम प्रशासन
संजय मार्केट व अन्य विकास के मुद्दे पर जब हमारी टीम ने निगम के जनप्रतिनिधियों भाजपा कांग्रेस दोनो दलों से चर्चा की तो सभी ने यही माना विकास होना चाहिए। इसमे सभी ने तर्क भी दिए।अधिकारी वर्ग से लेकर तृतीय व चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों ने भी यही वस्तू स्थिति को दोहराते रहे। दरअसल यह वर्ग अमुमन स्थायी तौर पर निगम क्षेत्र में ही निवासरत है। आमजन शुरुआत से ही विकास और विकसित शहर के लिए लालायित है,उन्होंने ने भी इसका समर्थन किए। चुके निगम प्रशासन अब तक की उसकी कार्यपाली को देखा जाए तो वह उदासीनता भरा नजर आ रहा है।
ऐसे है संजय काम्प्लेक्स का निर्माण स्ट्रक्चर
कुल प्लाट क्षेत्र 7975
कुल दुकान 106
प्रति दुकान साइज 3×3
कुल स्टाल 556
प्रति स्टाल साइज 2.40×2.40
पार्किंग क्षेत्र 6562.37
ग्राउंड फ्लोर 1 बाथरूम 51.04
ग्राउंड फ्लोर 2 बाथरूम 47.92
प्रथम तल शौचालय 88.2
नोट – सभी क्षेत्रफल स्क्वायर मीटर में अंकित है।