Monday, October 13, 2025
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शिक्षा विभाग में अजब-गजब कारनामा

शिक्षा विभाग में अजब-गजब कारनामा, एक ही कार्यालय में तीन सहायक संचालक कर रहे काम


ट्रांसफर के बाद एक हमेशा रहते हैं नदारद, दूसरे ने आदेश को दी चुनौती


रायगढ़। बीते जुलाई माह में शासन ने स्कूल शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर अधिकारी व कर्मचारियों का ट्रांसफर किया था। इसके तहत रायगढ़ जिले के शिक्षा विभाग में कार्यरत महिला सहायक संचालक का तबादला खैरागढ़ जिले में किया गया था, वहीं बिलासपुर में सहायक संचालक के रूप में काम कर रहे अधिकारी को रायगढ़ भेजा गया, किंतु वे यहां से हमेशा नदारद ही रहते हैं। वहीं दूसरी ओर जिन महिला अधिकारी का ट्रांसफर खैरागढ़ जिले में किया गया था, वे भी इस ट्रांसफर आदेश को चुनौती देकर फिलहाल रायगढ़ डीईओ कार्यालय में ही टिकीं हुई हैं। इसके साथ ही नटवर स्कूल में हुए विवाद के बाद वहां की प्राचार्या को हटा कर शिक्षा विभाग में सहायक संचालक के रूप पदस्थ किया गया है। यानी वर्तमान में जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय में तीन सहायक संचालक काम कर रहे हैं।
रायगढ़ जिले में पदस्थापना पाने के बाद यहां से जल्दी से किसी अधिकारी का मोह नहीं छुटता। जब शासन किसी अधिकारी का ट्रांसफर करता है तो किसी न किसी तरह व्यवस्था करते हुए पुन: रायगढ़ में ही पोस्टिंग प्राप्त कर लेते हैं और सालों तक यहां जमे रहते हैं। इसी तरह शिक्षा विभाग में भी एक मामला सामने आया है। जिसमें मजे की बात यह है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय तो एक ही है, लेकिन इस कार्यालय में सहायक संचालकों की संख्या अब तीन हो चुकी है। इस संबंध में सूत्रों ने बताया कि शिक्षा विभाग में सहायक संचालक के रूप में कार्यरत तरशीला एक्का का ट्रांसफर जुलाई माह में खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में किया गया था, वहीं बिलासपुर जिले में सहायक संचालक प्रशांत राय का तबादला उनकी जगह पर करते हुए रायगढ़ में किया गया था। किंतु खैरागढ़ जाने के बजाए तरशीला एक्का ने इस आदेश का चुनौती देते हुए रायगढ़ स्थित शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। सूत्र बता रहे हैं कि फिलहाल उनके आवेदन पर सचिव स्तर की समिति का निर्णय नहीं आ सका है। वहीं दूसरी ओर प्रशांत राय का जब रायगढ़ ट्रांसफर हुआ तो वे कुछ दिन तक तो लगातार आते रहे, लेकिन धीरे-धीरे उनकी उपस्थिति भी कम होने लगी और अब वे पूरी तरह से विभाग से नदारद हो चुके हैं। सूत्र बता रहे हैं कि वे कभी-कभी ही आते हैं फिलहाल उनका ज्यादातर समय बिलासपुर में ही बीतता है। इसी बीच जब नटवर स्कूल में हंगामा होने के बाद वहां की प्राचार्या रूबी एस वर्गीस का ट्रांसफर सहायक संचालक के रूप में जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय रायगढ़ में किया गया। तब से वे भी विभाग में इस पद पर बनी हुई हैं।


आदेश से जिले के 12 अधिकारी हुए थे प्रभावित
जानकारी के अनुसार जुलाई माह में प्रदेश भर के करीब 183 अधिकारी व कर्मचारियों का तबादला एक से दूसरे स्थान पर किया गया था। जिसमें रायगढ़ जिले के 12 अधिकारी व कर्मचारी भी प्रभावित हुए थे। इसमें जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ सहायक संचालक तरशीला एक्का का भी नाम था। जिन्हें खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और वर्षा वर्मा को बिलासपुर भेजा गया था। इसके अलावा बिलासपुर स्थित कार्यालय में सहायक संचालक की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रशांत राय को रायगढ़ भेजा गया था। किेंतु उन्होंने कभी यहां की जिम्मेदारी ही नहीं संभाली।


ट्रांसफर आदेश भी नहीं हटा सके पांव

शासन ने इन अधिकारियों का स्थानांतरण आदेश तो जारी कर दिया, लेकिन इनके अंगद की तरह जमे इनके पांव इनके पंसदीदा जिलो से नहीं हटा सके। स्थिति यह है कि तरशिला एक्का ने आदेश का चुनौती दी और वर्तमान में रायगढ़ स्थित कार्यालय में ही पदस्थ हैं। इसके अलावा बिलासपुर से रायगढ़ सहायक संचालक की जिम्मेदारी संभालने के लिए जिन्हें रायगढ़ भेजा वे भी वर्तमान में बिलासपुर में ही हैं। ऐसे में यह कहें तो अतिश्योक्ति नहंी होगी कि शासन के आदेश का असर इन अधिकारियों पर होता नजर नहीं आ रहा है।

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