जिले में हर माह साढ़े तीन हजार लोगों का कट रहा चालान, फिर ट्रैफिक रूल्स नहीं मान रहे चालक
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार सिर्फ 8 माह में ही दर्ज हुए 7 हजार 600 अधिक प्रकरण
रायगढ़। जिले में यातायात नियमों की किस तरह धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, इसकी बानगी यातायात पुलिस द्वारा की जाने वाली चालानी कार्रवाईयों में ही नजर आ रही है। वर्ष 2024 में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर करीब 20 हजार लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए चालानी कार्रवाई की गई थी, कि ंतु इस बार जनवरी से अगस्त 2025 तक यानी करीब 8 माह में ही 7 हजार 600 अधिक प्रकरण दर्ज किए गए। अहम बात यह है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष के इन 8 महिनों में ही यातायात उल्लंघन के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है। जो बताती है कि लगातार कार्रवाईयों के बाद भी लोग यातायात नियमों को लेकर जरा भी गंभीर नहीं हैं।
जिले में हर दिन दो से तीन हादसे अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हो रहे हैं। इन सडक़ हादसों की मुख्य यातायात नियमों को लेकर गंभीर न होना है। यातायात नियमों का पाठ पढ़ाने के लिए यातायात पुलिस लगातार लापरवाह वाहन चालकों पर चालानी कार्रवाईयां करती है। किंतु आंकड़े बयां कर रहे हैं कि इन चालानी कार्रवाईयों का कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है। यातायात पुलिस औसतन एक माह में करीब 3 हजार 500 लोगों पर चालानी कार्रवाई का डंडा चलाती है, जिसमें तेज र$फतार में वाहन चलाने वाले और शराब के नशे में वाहन चलाने वाले तथा तीन सवारी के मामले में अधिक होते हैं। पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्रवाईयों में ज्यादातर तेज गति से वाहन चलाने वाले होते हैं। जानकारी के अनुसार जिले में हर माह औसतन तेज गति से वाहन चलाने वाले 423 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। इसमें कई शराब के नशे में भी तेज गति से वाहन चलाते पाए जाते हैं। स्थिति यह है कि लगातार हो रही कार्रवाईयों के बाद भी लोगों में यातायात नियमों का पालन करने को लेकर जागरूकता नहीं दिख रही है। जनवरी से अगस्त 2025 तक कुल 27 हजार 600 लोगों पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर कु ल 2 करोड़ 82 लाख रूपए का जुर्माना वसूल किया गया। इसमें सबसे अधिक तेज गति से वाहन चलाने वाले 3 हजार 382 वाहन चालकों के खिलाफ 35 लाख रूपए की चालानी कार्रवाई की गई है। वहीं शराब का सेवन कर वाहन चलाने वाले 182 लोगों पर करीब 18 लाख 40 हजार रूपए जुर्माना वसूल किया गया।
अवैध पार्किंग पर सर्वाधिक कार्रवाई, मगर रिजल्ट जीरो
शहर में अवैध पार्किंग की समस्या काफी समय से चली आ रही है और समय के साथ यह समस्या और भी विकराल होती जा रही है। किंतु इसका सटीक उपाए अब तक नहंी निकाला जा सका है। वहीं लोगों में भी पार्किंग को लेकर जागरूकता देखने को नहीं मिलती है। शहर की सडक़ों पर हर साल करीब 30 हजार से अधिक नए वाहन उतरते हैं, वहीं सही पार्किंग क ो लेकर जागरूक नहीं होने के कारण हर रोज शहरवासियों को परेशानी उठानी पड़ती है। बीते 8 माह में अवैध पार्किंग पर की गई कार्रवाईयों की बात करें तो जनवरी से अगस्त तक अवैध पार्किंग के खिलाफ 5 हजार 700 कार्रवाईयां की गई, जिसमें 46 लाख रूपए वसूल किए गए हैं।
शहर के भीतर नहीं दिख रहा असर
यातायात पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद भी शहर के भीतर नियमों का पालन करने को लेकर जागरूकता नजर नहंी आ रही है। शहर के भीतर भी लगातार तेज रफ्तार में वाहन चलाने, अवैध पार्किंग करने वाले तथा कान फोड़ू साइलेंसर का उपयोग करने वाले चालाक ों से रोजाना शहरवासी परेशान होते हैं। जबकि शहर के भीतर कलेक्टर, एसपी, एएसपी सहित तमाम आलाधिकारी भी निवास करते हैं, किंतु इसके बाद भी लगातार नियमों के पालन करने को इस तरह की लापरवाही देखने को मिल रही है।