ईएसआईसी अस्पताल को पूरा करने निर्माण एजेंसी को नहीं अब तक मिल सका बजट
सीपीडब्ल्यूडी ने 10 करोड़ 55 लाख रुपए कि मांग की लेकिन अब तक स्वीकृति के बाद इसकी 10 फीसदी राशि भी उपलब्ध नहीं हो सकी
गैस पाइपलाइन, ओटी, फर्नीचर और अधूरी सुविधाओं के साथ हुआ हैंडओवर, विशेषज्ञ चिकित्सकों की भी कमी
रायगढ़। परसदा में ईएसआईसी अस्पताल प्रारंभ हुए करीब 1 वर्ष से अधिक हो चुका है। किंतु निर्माण एजेंसी सीपीडब्ल्यूडी ने जिन अधूरे कामों को पूरा करने बजट की मांग की थी, वजह बजट अब तक उन्हें नहीं मिल सका है। जबकि इसके लिए करीब 10 करोड़ 55 लाख रुपए की स्वीकृति भी मिल चुकी है। किंतु काफी लंबे वक्त से यह प्रक्रिया रूकी होने की वजह से काम अब भी अधूरा ही है और इसी आधी अधूरी सुविधाओं के साथ हॉस्पिटल
स्वीकृत तो कर दिया था लेकिन बजट उनके खाते में नहीं दिया। लंबे से रूका प्रोसेस के कारण ये काम पूरा ही नहीं हुआ। अब अस्पताल को हैंडओवर कर दिया है।
जानकारी के अनुसार इस अस्पताल में फिलहाल ओपीडी का संचालन किया जा रहा है। किंतु अब भी ऑपरेशन थिएटर, फर्नीचर, मेडिकल उपकरण के साथ ऑक्सीजन पाइपलाइन का काम नहीं हुआ है। साथ ही यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की भी भारी कमी है। वहीं बताया जा रहा है कि अब इन बाकी बचे कामों को क्षेत्रीय या मुख्य कार्यालय द्वारा पूरा कराया जाएगा। पर्याप्त व्यवस्था और सुविधाएं नहीं होने की वजह से वर्तमान में बमुश्किल 15 से 20 मरीज ही यहां आते हैं। इस अस्पताल की शुरूआत में की गई जल्दबाजी के कारण अब भी कई प्रक्रियाएं अटकी हुई हैं। जिसकी वजह से यहां आने वाले मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। हैंडओवर करने के बाद भी फेकल्टी व जरूरी सुविधाओं की कमी है। जिसके लिए यहां से सीएस लगातार पत्रचार कर जानकारी भेज रहे हैं। वहीं बजट स्वीकृत होने के बाद भी अप्राप्त होने के कारण शेष कार्यों को पूरा नहीं कराया जा सका है। शहर से 13 किमी दूर परसदा में ईएसआईसी हॉस्पिटल का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था। लगभग 80 करोड़ की लागत से बने इस हॉस्पिटल में शहर से आने जाने के लिए हर समय कनेक्टिविटी नहीं है। वहीं पहाड़ के किनारे बने होने के कारण पानी क ा स्त्रोत नहीं है। गर्मी में बोर फेल हो जाते है। इस हॉस्पिटल से रायगढ़ जिला सहित सक्ती, जांजगीर, सारंगढ़ व जशपुर के कर्मचारियों को भी लाभ मिलेगा। अहम बात यह है कि इस अस्पताल के निर्माण में ही क ाफी वक्त लग, किंतु अब भी यहां जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो सकी हैं।
आने-जाने की समस्या
मरीजों को इस अस्पताल तक पहुंचने के लिए ही काफी समस्याएं होती हैं। क्योंकि इस मार्ग पर नियमित रूप से ऑटो या अन्य कोई साधन नहीं मिलते हैं। मुख्य बात यह है कि इसके पूर्ण निर्माण के बाद जिले के करीब 35 हजार से अधिक कर्मचारियेां को इसका लाभ मिलेगा। ओपीडी, आईपीडी सहित गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा मिल सकेगी। दरअसल, ईएसआईसी हॉस्पिटल के निर्माण के लिए बजट के दौरान बिल्डिंग, स्टॉफ क्वाटर, पानी, बिजली, पार्किंग सहित अन्य सविधाएं शामिल थीं। इसमें गैंस पाइलपाइन, ऑपरेशन थिएटर, मेडिकल उपकरण, फर्नीचर जैसे मुख्य कार्यों के लिए बजट नहीं मिल सका है। इन कार्यो को पूरा करने के लिए सीपीडब्ल्यूडी ने 10 करोड़ 55 लाख रुपए के बजट की मांग की थी, लेकिन अब तक स्वीकृति के बाद इसकी 10 फीसदी राशि भी उपलब्ध नहीं हो सकी है।