Monday, October 13, 2025
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जल, जंगल व जमीन पूरी तरह से हो जाएंगे नष्ट

गारे पेलमा कोल माइंस की पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए आयोजित लोकसुनवाई को निरस्त करने की मांग


जल, जंगल व जमीन पूरी तरह से हो जाएंगे नष्ट, स्वास्थ्य पर भी पड़ेगा विपरीत प्रभाव, रैली निकाल कर की नारेबाजी, पर्यावरण नष्ट करने का लगाया आरोप


रायगढ़। तमनार विकासखंड के ग्राम आमगांव के ग्रामीणों ने सोमवार को गारे पेलमा सेक्टर-1 ओपनकास्ट कम अण्डरग्राउण्ड कोल माइंस की पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए आयोजित लोक सुनवाई का विरोध करते हुए कलेक्टोरेट का घेराव करते हुए इसे निरस्त करने की मंाग थी। इस दौरान प्रभावित ग्रामीणों ने रेैली निकाली और इसके खिलाफ नारेबाजी भी की ।

कलेक्टोरेट पहुंचे आमगांव के प्रभावित ग्रामवासियों ने इस दौरान बताया कि गारे पेलमा सेक्टर-1 ओपनकास्ट कम अण्डग्रांउड कोल माइंस के लिए जिंदल पावर लिमिटेड को प्रस्तावित किया गया है। जिसकी पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए लोक सुनवाई 14 अक्टूबर को ग्राम धौराभांठा में आयोजित होनी है। प्रभावित ग्रामीणों की मानें तो कोल माइंस की वजह से उनकी जीवन सहित पर्यावरण का विनाश होगा। पहले से ही इस क्षेत्र में प्लांट व कोल माइंस के कारण पर्यावरण का काफी विनाश हो चुका है, साथ ही इस क्षेत्र के प्रभावित लोगों की जमीन तक चली गई, लेकिन उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ। बल्कि आज प्रदूषण के बीच जीवन यापन करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों की मानें तो भविष्य में होने वाले पर्यावरणीय विनाश को देखते हुए ग्राम आमगांव में इस संदर्भ में ग्राम सभा का आयोजन किया गया था। ग्राम सभा में सभी ग्रामवासियों ने शासकीय भूमि, निजी भूमि, वन भूमि को जिंदल पावर लिमिटेड को नहीं देने और इस लोक सुनवाई को निरस्त करने का कड़ा विरोध करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि कोल माइंस स्थापित होने से आस पास क्षेत्र और भी प्रदूषित होगा। साथ ही जल, जंगल व जमीन पूरी तरह से नष्ट हो जाएंगे। इसकी वजह से क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य पर भी विपरित प्रभाव पड़ेगा।

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