Monday, October 13, 2025
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रेल सफर से हटा रायगढ़ वासियों का मोह

रेल के सफर से हटा रायगढिय़ों का मोह, अब रास नहीं आ रही रेल सुविधा


अगस्त 2024 की तुलना में इस अब बार 33 फीसदी घटे, रद्द होने और लेट लतीफा ने घटाई यात्री ट्रेनों से होने वाली कमाइ
रायगढ़। ट्रेनों के लगातार लेट होने और विभिन्न कारणों से समय-समय पर रद़्द होने के कारण रायगढ़वासियों का अब रेल की यात्रा से मोह भंग होने लगा है। अगस्त 2024 की तुलना में अगस्त 2025 में 33 फीसदी तक यात्रियों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है। इन पांच माह में टिकटों की बिक्री में औसतन 18 फीसदी और यात्रियों की संख्या में औसतन 20.18 फीसदी की कमी दर्ज की गई है।
रायगढ़ जिला में सैकड़ों की संख्या में उद्योग हैं, जिसकी वजह से रायगढ मेें बिहार, उत्तरप्रदेश, ओडिशा, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों से आने वाले भी काफी संख्या में निवास करते हैं, साथ ही स्थानीय व्यापारी भी कलकत्ता, मुंबई जैसे महानगरों में व्यापार के सिलसिले में जाते रहते हैं। बीते कु छ महिनों से लगातार किसी न किसी सेक्शन में रेलवे प्रबंधन मरम्मत कार्य आदि के नाम से यात्री ट्रेनों को रद्द करता आ रहा है। वहीं पैसेंजर से लेकर सुपरफास्ट तक अपने निर्धारित समय से रोजाना विलंब से पहुंच रहे हैं। आलम यह है कि सुपरफास्ट को भी छोटे रेलवे स्टेशन सहित आउटर में रोक कर मालगाडिय़ों को रवाना किया जा रहा है और यात्री ट्रेनों को घंटो तक रोके रखा जाता है। रेलवे टै्रक में मरम्मत कार्य सहित अन्य कार्यो के लिए ब्लॉक के दौरान यात्री ट्रेनों को रद्द किए जाने से हजारों यात्री सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं। इन सब वजहों से लगातार यात्रियों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है। ट्रेनों की बिगड़ी हुई चाल व समय की वजह से यात्रियों को मोह अब रेल की यात्रियों से भंग होता नजर आ रहा है, वहीं इस परिस्थिति की पुष्टि रेलवे के आंकड़े की बयां करते दिख रहे हैं। रेलवे प्रबंधन विभिन्न कार्यों की वजह से यात्री ट्रेनों को रद्द करता है और बढ़ते मालगाडिय़ों की संख्या एवं कई वजहों से यात्री ट्रेनें कभी भी समय पर गंतव्य पर नहंी पहुंच रही हैं, रोजाना ट्रेनों ने विलंब से यात्री खासे नाराज हैं।

इस प्रकार टिकट व यात्रियों की घटी संख्या
आंकड़ों पर नजर डाले तो पता चलता है कि अप्रैल से अगस्त 2025 तक बीते वर्ष की तुलना में टिकटों की संख्या, मांग, यात्रियों की संख्या और आय में लगातार गिरावट दर्ज की गई। वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 94 हजार 904 टिकटों की बिक्री हुई थी। जिससे रेलवे को 6 करोड़ 91 लाख 41 हजार 129 रूपए की आय प्राप्त हुई थी। वहीं 1 लाख 76 हजार 608 यात्रियों ने सफर किया था। वहीं वित्तीय वर्ष 2024-25 में अगस्त माह तक 49 हजार 611 टिकटों की बिक्री हुई, वहंीं 91 हजार 833 यात्रियों ने सफर किया। इसकी तुलना में इस वर्ष अप्रैल से अगस्त माह तक 32 हजार 747 टिकटों की बिक्री हुई, वहीं 61 हजार 549 यात्रियों ने सफर किया। यानी बीते वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वर्ष अप्रैल से अगस्त माह तक 16 हजार 864 कम टिकट बिके, साथ ही 30 हजार 284 कम यात्रियों ने सफर किया।

इस प्रकार हर माह टिकट व यात्री घटे
यात्री ट्रेनों की टिकटों की बिक्री हो या इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या दोनों में ही हर माह गिरावट दर्ज की जा रही है। इस वित्तीय वर्ष अप्रैल से अगस्त यानी 5 माह तक टिकटों की बिक्री में औसतन 18 फीसदी और यात्रियों की संख्या में औसतन 20.18 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। इसी प्रकार आय में भी औसतन 13 से 14 फीसदी की गिरावट आई है।

फैक्ट फाइल
वित्तीय वर्ष 2025-26 में टिकट व यात्रियों की कमी का प्रतिशत
माह टिकट यात्री आय
अप्रैल 17.22 16.18 8.83
मई 18.24 21 22.88
जून 24.53 21.14 15.96
जुलाई 27.20 25.04 13.06
अगस्त 20.73 17.52 6.49

वर्ष 2024-25 व 2025-26 की तुलनात्मक स्थिति
वित्तीय वर्ष 2024-25
माह टिकट यात्री
अप्रैल 8841  16319
मई 8896  17066
जून 8313  14592
जुलाई 7959  14731
अगस्त 7682  14363

वित्तीय वर्ष 2025-26
माह टिकट यात्री
अप्रैल 7318  13678
मई 7273  13482
जून 6273  11506
जुलाई 5794  11037

अगस्त  6089 11846

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