
भारतमाला परियोजना में मुआवजा पाने खेतों में अवैध निर्माण, एनएचएआई ने लिया संज्ञान कलेक्टर को पत्र

उरगा-पत्थलगांव के प्रस्तावित नवीन एलाईनमेंट में भू-स्वामियों एवं भू-माफिया आर्थिक क्षति देने आतुर

उरगा-पत्थलगांव सड़क निर्माण कि.मी. 114 के दायरे में धरमजयगढ़ के 14 गांव प्रभावित
रायगढ़। भूमाफियाओं और भूमिस्वामियो कि जुगलबंदी से भारतमाला परियोजना में शासन को आर्थिक क्षति देने में कोई कोर कसर नही छोडा जा रहा है। जिसमें सड़क के एलाइमेंट होते ही ग्रामीणों ने कूटचरित करते हुए खेत- खलिहानों में टिन शेड,मुर्गी फार्म व अन्य प्रयोजन का कार्य किया जा है। ऐसे में अब भारतीय राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण विभाग ने संज्ञान लेते हुए रायगढ़ कलेक्टर को कार्रवाई के लिए पत्र जारी की है।
दरअसल भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में भारतमाला के तहत सड़क निर्माण है। जिसमें उरगा-पत्थलगांव राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 130ए सड़क निर्माण के लिए कि.मी. 114+410 से कि.मी. 121 तथा 450 तक पुनःसरेखण में प्रभावित अनुविभाग – धरमजयगढ़ के ग्राम बायसी, मेढंरमार एवं धरमजयगढ़ में अर्जित की जाने वाली प्रभावित भूमि पर अवैध निर्माण का उल्लेख कर पत्र जारी किया गया है। प्रभावित अनुविभाग-धरमजयगढ़ के ग्राम-बायसी, मेढरमार एवं धरमजयगढ़ में भू-अर्जन हेतु डी.पी.आर. सलाहकार द्वारा सर्वे कार्य प्रारंभ किया गया है एवं प्रस्तावित नवीन एलाईनमेंट का चिन्हाकंन का कार्य प्रगति पर है। उक्त संबंध में कलेक्टर को अवगत कराए की प्रस्तावित नवीन एलाईनमेंट के सर्वे दौरान यह पाया गया है कि, कुछ भू-स्वामियों द्वारा प्रस्तावित नवीन एकरेखण में टिन शेड एवं अस्थाई पोल्ट्री फार्म का निर्माण किया जा रहा है। इस पर जब संबंधित राजस्व अधिकारियों के संयुक्त दल द्वारा दि.28.06.2025 को उरगा-पत्थलगांव के प्रस्तावित नवीन एकरेखण का मौका जांच किया गया। निरीक्षण में कुल 18 टीन शेड एवं अस्थाई पोल्ट्री फार्म निर्माणाधीन अवस्था में हैं।उक्त अवैध निर्माण से शासन को होने वाली आर्थिक क्षति को ध्यान में रखते हुए उरगा-पत्थलगाँव के प्रस्तावित नवीन एलाईनमेंट में भू-स्वामियों एवं भू-माफियाओं द्वारा अधिक प्रतिकर मुआवजा राशि प्राप्ती हेतु किए जा रहे अवैध निर्माण कार्य पर रोक लगाने की बात कही गई है। देखा जाए तो भू अर्जन घोटाले के एक शक्तिशाली गिरोह कार्य करता है।इसमे भूमाफिया, उद्योगपति तथा उन्हें संरक्षण देने वाले अधिकारी शामिल होते है। यह समय समय मे होने वाली जांच में समाने आ चुका है जिसमे तमनार बजरमुड़ा भी शामिल है। बहरहाल जिला प्रशासन उक्त अवैध निर्माण में किस तरह क्या कार्रवाई करती है इसे देखना लाजमी होगा।

अवैध निर्माण पर फोटो के साथ ड्रोन से कराया गया वीडियो
एनएचएआई ने जारी पत्र में उल्लेख किया कि उक्त अवैध कार्यो की उनके द्वारा फ़ोटो के साथ वीडियो ग्राफी भी कराई गई हैं। जिसमें वीडियो ड्रोन कैमरे की गई है। वहीं, इस कार्य में शामिल भू स्वामियों का नाम भी भेजा गया है। जिन्हें जांच में चिन्हित किया गया है। ये वे भूस्वामी है जिन्होंने उक्त टीन शेड एवं अस्थाई पोल्ट्री फार्म बना लिए है जो पूर्व में निर्मित होना नहीं पाया गया है।
तमनार में हो चुका है इसी तरह का हजारो करोड़ मुआवजा घोटाला
रायगढ़ में भूमि घोटाला वर्षो से हो रही है। ठोस कार्रवाई नही होने से इस कार्य मे लिप्त लोग शासन को हजारो करोड़ का चूना लगा रहे हैं ।एनटीपीसी लारा भी एक उदाहरण है। इसके पश्चात रायगढ़ के तमनार के बजरमुड़ा में छत्तीसगढ़ की सरकारी कंपनी को गारे पेलमा खदान में सामने आया है। इसमे भू अर्जन में 470 करोड़ का घोटाला सामने आया है। यह भी इसी तरह अवैध निर्माण के साथ अन्य तरह से था। 13 विभिन्न कमेटी की जांच में यह सही पाया गया। तत्कालीन एसडीएम अशोक मार्बल पर कार्रवाई भी हाल ही में हुई है। वही महाजेंको रेल लाइन में भी इसी तरह का खेल खेला जा रहा है।
वर्जन
पत्र प्राप्त हुआ है इस पर जांच कर कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण को हटाया जाएगा।
धनराज मरकाम, एसडीएम धरमजयगढ़




