जिला भाजपा कार्यालय में मनाई गई डॉ. श्यामा प्रसाद जी की जयंती
“यदि देश के लिए जीना है, तो पहले देश के लिए मरने का साहस होना चाहिए”…
यह संकल्प कर देश की दिशा को मोड़ कर राष्ट्र हित में लाने का कार्य सबसे पहले करने वाले भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक, अमर बलिदानी श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की जयंती पर शत-शत नमन।
“एक देश में दो विधान, दो निशान और दो प्रधान नहीं चलेंगे” के उद्घोष के साथ उन्होंने कश्मीर के भारत में पूर्ण विलय के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उनके लिए राष्ट्र की एकता सर्वोपरि थी।
शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्रनीति में उनका अद्वितीय योगदान हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है, जो भावी पीढ़ियों को सतत दिशा देता रहेगा।
आज भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म जयंती जिला भाजपा कार्यालय में उनके छाया चित्र में फूल माल्या अर्पित कर डॉ. श्यामा प्रसाद जी की जयंती मनाया गया।
जिसमें संगठन के वरिष्ठ नेताओं, प्रदेश,जिला एवं मण्डल के पदाधिकारीओं, जनप्रतिनिधिओं एवं देवतुल्य कार्यकर्त्ताओं की उपस्थिति रही!




