सरकारी बस डीपो में लगाएं गए लोहे की रेलिंग काटकर ले गए चोर, बेखौफ होकर कबाड्डी खरीद रहे हैं इन चोरी की संपत्तियों को
शहर के गली मोहल्ले के अंदर और बाहरी मार्गो में खुलेआम चल रहा है कबाड़ गिरोह का धंधा
चक्रधर नगर क्षेत्र मैरीन ड्राइव बना असमाजिक आपराधिक गतिविधियों का अड्डा, कबाड़ चोर सरकार को पहुंचा रहे आर्थिक क्षति
रायगढ़। एसईसीएल व बेलादुला मार्ग केलो नदी के किनारे सुंदरता व यातायात दबाव कम रखने के लिए मैंरीन ड्राइव में का निर्माण कराया गया था। यह क्षेत्र असामाजिक -आपराधिक तत्वों का गढ़ बनता जा रहा है। जिसमे शाम ढलते ही राहगीरों पर छींटाकशी, पत्थर फेंके जाने, गांजा, शराबखोरी के अलावा कबाड़ चोर सक्रिय हो गए है।

आपराधिक लोग रात के अंधेरे में सरकारी संपति को कबाड़ में बेच रहे है।
शहर की लाइफ लाइन केलो नदी की सुंदरता को बढ़ाने के लिए तथा यातायात दबाव को कम करने के लिए से 12 से 13 वर्ष पहले एसईसीएल ने सीएसआर मद से केलो नदी तट पर मैरीन ड्राइव का निर्माण कराया गया है। यह दो फेज में था। जिसमे एसइसीएल महाप्रबंधक आफिस से चक्रपथ ततपश्चात चक्रपथ से बेलादुला खर्राघाट तक का निर्माण हुआ है। इन दिनों मैरीन ड्राइव सड़क के दोनों छोर पर दिन हो या रात हमेशा नशेड़ियों का जमावड़ा रहता है। जो सरेराह जाम छलकाते है। इसके अलावा नदी के जल कटाव को रोकने के लिए ढलाई कर क्रांक्रीट किया गया था। जिसमे लोहे का पाइप भी लगाया गया था। बस डीपो के बाउंड्री वाल में लोहे का एंगल लगाया गया है, जिसे असामाजिक तत्वों द्वारा रात के अंधेरे में काट कर चोरी कर पूरी तरह से साफ कर दिए है। मानो अब उक्त स्थल में कुछ है या था यह अंदाजा लगाना मुश्किल है चूंकि रिकार्ड में यहां और लोहे के पाइप एंगल दर्ज है। वही दूसरी ओर लोहे को काटने के बाद छोटे- छोटे ठूंठ शेष है। सूत्र बताते है कि क्षेत्र में कबाड़ चोर सक्रिय है। उन्हें हौसले देने के लिए कबाड़ व्यवसाई भी सक्रिय है। पुलिस का कबाड़ चोर और कबाड़ी के कारोबार मे लिप्त सरकारी संपति की खरीदी करने वालों में कोई डर भय नहीं है । बहरहाल उक्त लोहे के पाइप चोरी होने से शासन को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है और इससे सुदंरता भी बदरंग हो गई है।
कबाड़ का धंधा बेख़ौफ़ चल रहा है इसलिए सक्रिय है चोर
रायगढ़ औद्योगिक जिला होने के चलते कबाड़ के डिमांड काफी अधिक है। गली मोहल्ले में कबाड़ से जुड़े व्यवस्थाएं तेजी से फल फूल रहा है, यह गोरखधंधा शहर के बाहरी क्षेत्र में होटल ढाबे की आड़ में कबाड़ व्यवसाय के लिए मानो महफूज है। ये व्यवसाई बेख़ौफ़ होकर पुलिसिया सुस्ती और संरक्षण से कबाड़ दुकान का संचालन हर क्षेत्र में कर रहे है। कबाड़ संचालक सरकारी संपति तक को निशाना बनाकर सरकार के सरकारी ख़ज़ाना को आर्थिक क्षति पहुंचा रहे है। बेख़ौफ़ दुकानदारी चलने से कबाड़ चोर भी सक्रिय है ।
शाम होते ही सक्रिय हो जाते है चोर
बेलादुला मैरिन ड्राइव में निगम एवं प्रशासन की उदासीनता के दंश से करोड़ो की लागत से बनाया गया दुकान आस्तित्व में नही आ पाया है। वही पर्याप्त लाइट नही होने के चलते इर्दगिर्द असामाजिक तत्वों का अड्डा शाम होते ही बन जाता है। जिसमें शराबियों द्वारा जाम छलकया जाता है। इसी तरह एसईसीएल मैरीन ड्राइव में चोरों के साथ यहां भी शराबियों का अघोषित बार संचालित होता है। जो रेलिंग और पेड़ो के नीचे बैठकर बेख़ौफ़ होकर खुले आसमान के नीचे शराब सेवन करते नजर आते है।




