Tuesday, December 24, 2024
Google search engine
spot_img
HomeBlogबोरो रेंज में मिला हाथी की सड़ी गली लाश,22 से 25 दिन...

बोरो रेंज में मिला हाथी की सड़ी गली लाश,22 से 25 दिन पुरानी होने की आशंका

बोरो रेंज में मिला हाथी की सड़ी गली लाश,22 से 25 दिन पुरानी होने की आशंका

धरमजयगढ़ का जंगल बन रहा है हाथियों का कब्रगाह वनकर्मियों पर लगाए लापरवाही का आरोप

रायगढ़।
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ से वनमंडल बोरो रेंज के रुवाफुल बीट में कंपार्टमेंट नंबर 667 आरएफ जंगल में हाथी का कंकाल मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। सिलसिलेवार तरीके से हाथियों के काल का कब्रगाह बन रहा है। उक्त घटना की मिलने की सूचना आग की तरह फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण तथा वनविभाग की टीम मौके पर पहुंचकर हाथी के कंकाल की पुष्टि की। इसके उपरांत बीट गार्ड और हाथी मित्र दल ने जंगल में छानबीन करते हुए हाथी का कंकाल बरामद किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बोरों रेंज जंगल में सड़ांध की बदबू ग्रामीणों का ध्यान खींचा इसके बाद कोई ग्रामीण जंगल की ओर गए तो उन्होंने देखा कि जंगल के अंदर कई जगह कंकाल मौजूद थे और कुछ स्थानों पर शरीर का अंश भी नजर आया। तत्पश्चात स्थानीय जागरूक लोगो ने वन विभाग को इस घटना की सूचब दिए। जहां वन कर्मियों की टीम मौके पर दौड़ते भागते हुए आई । उक्त कंकाल को देखकर वे भौचक रह गए। जांच में उन्हें ज्ञात हुआ कि हाथी का कंकाल है। सूत्रों के मुताबिक उक्त हाथी की मृत्यु लगभग 22 से 25 दिन पहले हुई प्रतीत हो रही है। फिलहाल बोरो रेंजर वन कर्मी के घटना की जांच के लिए फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस मामले में ग्रामीणों ने बीट गार्ड पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बीट गार्ड अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं करते है,जंगल में गश्त करने के बजाय ड्रोन कैमरे से निगरानी करते है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि हाथी की मौजूदगी की सूचना देने पर बीट गार्ड मौके पर नही आने का आरोप भी लगाए है।
बहरहाल वन विभाग की टीम जांच में जुट गई है। दुसरी ओर लोगो मे लगातार वनजीवों के मौत से वन विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर गहरी नाराजागी है।

वर्जन

रवाफूल में कंकाल मिला था, डाक्टर की टीम आई थी, हाथी का बच्चा है जांच में पुष्टि हुई है। गर्भवती मादा हथिनी बच्चे को जन्म देने के दौरान बच्चे की मौत हो गई। यह दुर्गम क्षेत्र है।
अभिषेक जोगावत, डीएफओ धरमजयगढ़ वन मंडल

spot_img

Recent Artical