माल ढुलाई में रिकार्ड तोड रहा बिलासपुर जोन,यात्री सुविधाओं पर ध्यान नहीं
घंटो लेट चलने वाली ट्रेनों में कब होगा सुधार

रायगढ। माल ढुलाई में बिलासपुर जोन का अपने पुराने रिकार्ड को तोडने का सिलसिला जारी है। इस बार जोन ने 203 दिन में ही 100 मिलियन टन माल ढुलाई करने का रिकार्ड बना दिया है,जो कि बीते साल 225 दिनों में बनाया था लेकिन घंटो लेट चलने वाली पैसेंजर और सुपरफास्ट ट्रेनों को सही समय पर चलाने और बार—बार रद्द होने वाली ट्रेनों के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में 20 अक्टूबर 2024 को बिलासपुर मण्डल द्वारा 100 मिलियन टन माल ढुलाई के मील के पत्थर को हासिल किया है।वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में 100 मिलियन टन माल ढुलाई करने का यह कीर्तिमान बिलासपुर मंडल द्वारा सिर्फ 203 दिनों में पूरा किया गया । इसके पूर्व पिछले वित्तीय वर्ष में 100 मिलियन टन माल ढुलाई 225 दिनों में किया गया था। इस अवधि में लोड किए गए वस्तुओं में कोयला, क्लिंकर, लौह अयस्क, सीमेंट, स्टील, खाद्यान रासायनिक खाद, खनिज, तेल आदि है
इस उपलब्धि के अवसर पर मंडल सभाकक्ष में मण्डल रेल प्रबन्धक प्रवीण पाण्डेय की उपस्थिति में कर्मचारियों द्वारा केक काटकर प्रसन्नता व्यक्त की गई । मण्डल रेल प्रबन्धक श्री प्रवीण पाण्डेय द्वारा अपने सभी कर्मचारियो एवं अधिकारियों को इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएँ दी गई एवं बेहतर कार्य के लिए प्रोत्साहित किया गया ।
इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि इस लक्ष्य के असली कर्मयोगी रेल कर्मचारी हैं जो दूरस्थ कोयला के खदान क्षेत्रों में पदस्थापित हैं और लदान लक्ष्य को पाने के लिए दिन-रात काम करते हैं। ऐसे कर्मचारियों को उन्होने याद किया जो अपने पारिवारिक जीवन को छोडकर कर्म के मार्ग पर चल रहे हैं। उनके शब्दों में सही मायने में वे ही रेल के कर्मयोगी एवं साधक हैं। बिलासपुर मंडल पावर हाउस को कोल प्रदान करने वाला सबसे बड़ा मंडल है और यहां के कर्मयोगियों की वजह से ही जग सारा रोशन है।




