साढ़े 5 सालों मेंं जिले के 10 हजार 633 लोग हुए डॉग बाइट के शिकार
आवारा कुत्तों की नसबंदी करने भिलाई की कंपनी से होगा अनुबंध, निगम ने की प्रक्रिया पूरी
रायगढ़। शहरी क्षेत्र सहित पूरे जिले में आवारा कुत्ते के काटने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वर्ष 2021 से लेकर जुलाई 2025 तक जिले में डॉग बाइट के 10 हजार 633 मामले सामने आ चुके हैं। यानी औसतन हर साल करीब 2 हजार 126 लोग डॉग बाइट के शिकार होते हैं। सुप्रीम कोर्ट के हाल में दिए आदेश को लेकर नगर निगम प्रबंधन भी अब एक्टिव हो गया है। आवारा कुत्तों की नसबंदी करने के लिए भिलाई की एक कंपनी को टेंडर दिया गया है। फिलहाल अनुबंध व प्रमाणाीकरण की प्रक्रिया होना शेष है, जिसके बाद कं पनी अपना काम शुरू कर देगी। बताया जा रहा है कि आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए कंपनी के अधिकारियों को शेल्टर के लिए ट्रांसपोर्ट नगर सहित कुछ अन्य जगहों को भी दिखाया गया है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को पकड़ कर डॉग शेल्टर में रखने के अपने 11 अगस्त के आदेश में शुक्रवार को संशोधन कर दिया है। संशोधित आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आवारा कुत्तों को पकड़ कर उनका बंध्याकरण व टीकाकरण करने के बाद उन्हें छोड़ा जाएगा, लेकिन इसके साथ ही कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि आक्रामक और रैबीज संक्रमित कुत्ते पकडऩे के बाद छोड़े नहीं जाएंगे यहां तक कि उन्हें डॉग शेल्टर में भी अलग रखा जाएगा। शीर्ष अदालत ने यह भी आदेश दिया है कि नगरीय निकाय तत्काल प्रभाव से प्रत्येक वार्ड में आवारा कुत्तों को भोजन कराने के लिए एक निश्चति स्थान (फीडिंग प्वाइंट ) बनाएंगी। कोई भी संस्था या व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में कुत्तों को सडक़ पर खाना नहीं खिलाएगा और जो व्यक्ति इस निर्देश का उल्लंघन करते हुए पाया जाएगा उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्यवाही होगी। कोर्ट का यह आदेश देश भर में समान रूप से लागू होगा। सुप्रीम कोर्ट ने मामले का दायरा बढ़ाते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी किया है। इस आदेश के तहत नगर निगम द्वारा आवारा कुत्तों की नसंबदी करने के लिए टेंडर जारी किया था, जिसमें भिलाई की एक कंपनी ने टेंडर भरा है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2022 में भी इसी कंपनी को आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए काम दिया गया था। उस दौरान ट्रांसपोर्ट नगर में शेल्डर व ऑब्जरवेशन रूम बनाया गया था। जानकारी के अनुसार कंपनी से अनुबंध की प्रक्रिया अब तक नहीं हो सकी है। यह प्रक्रिया भी आगामी दो से तीन दिनों के भीतर पूरी हो जाएगी। जिसके बाद जिला पशु चिकित्सा विभाग के प्रमाणित करने के साथ ही आवारा कुत्तों को शेल्डर में लाकर उनकी नसबंदी की जाएगी। जानकारी के अनुसार जब भी इनका ब्रीडिंग सीजन आती है, आवारा कुत्ते अधिक आक्रामक हो जाते हैं। इसके साथ ही
हर साल औसतन 2 हजार 126 लोग हो रहे शिकार
आंकड़ों की बात करें तो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीते करीब ढाई सालों में 2606 डॉग बाइट के मामले सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार वर्ष 2023 में 1 हजार 50, वर्ष 2024 में 1 हजार 238 तथा वर्ष जुलाई 2025 तक 318 मामले दर्ज किए हैं। इसी प्रकार जिला अस्पताल में भी हर साल एक हजार 200 से अधिक मामले डॉग बाइट के दर्ज हुए हैं। आंकड़ों की बात करें तो प्रकरण वर्ष 2021 में 1 हजार 177, वर्ष 2022 में 1 हजार 25 तथा वर्ष 2023 में 1 हजार 628, वर्ष 2024 में 2 हजार 352 तथा जुलाई 2025 तक 1 हजार 769 मामले सामने आए हैं। औसतन हर साल करीब 2 हजार 126 लोग इसके शिकार हुए हैं।
डॉग बाइट के मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज
वर्ष 2021 से लेकर वर्तमान तक के आंंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि हर साल डॉग बाइट के मामले बढ़ रहे हैं। वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2023 में 511 और वर्ष 2023 की तुलना में वर्ष 2024 में 724 अधिक डॉग बाइट के मामले दर्ज कि गए। इसी प्रकार वर्ष 2024 की तुलना में जुलाई 2025 तक में ही 1769 मामले दर्ज किए गए हैं, यानी बीते सालों की अपेक्षा डॉग बाइक के मामले इस साल के सातवें महिनें में ही 1 हजार 700 को पार कर चुका है।
बच्चों और बुजुर्गों पर हमलों की घटनाएं बढ़ी
शहर में प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी लावारिस कुत्तों का खतरा बढ़ता जा रहा है। झुंड में घूमते आवारा कुत्तों की वजह से कई स्थानों पर लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल होता जा रहा है। बच्चों और बुजुर्गों पर हमलों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ब्रीडिंग सीजन होने के कारण कुत्ते खूंखार हो गए हैं और वाहन व पैदल चलने वालो को आवारा कुत्ते अपना शिकार बना रहे हैं।
वर्जन……
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को लेकर आवारा कुत्तों की नसबंदी कराने की योजना चल रही है। जल्द ही इसका काम शुरू होगा। इसके लिए एक कंपनी से भी बात हो गई है और सारी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं।
जीवर्धन चौहान, महापौर
आवारा कुत्तों के नसबंदी कराने के लिए भिलाई की एक कंपनी ने टेंडर लिया है। निगम की ओर से इसके लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। वर्तमान में कंपनी से अनुबंध की प्रक्रिया ही शेष है जो आगामी कुछ दिनों में पूरी हो जाएगी।
शिव कुमार यादव, स्वच्छता अधिकारी, नगर निगम रायगढ़