Monday, October 13, 2025
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निगम आयुक्त का नोटिस मीना बाजार का नोटिस बेअसर

निगम आयुक्त का नोटिस बेअसर आदेश की धज्जियां उड़ाने पर सोशल मीडिया में लोग कस रहे है तंज

सावित्री नगर, ट्रांसपोर्टर नगर में बैगेर अनुमति मीना बाजार झूला कि होने लगी तैयार, यातायात और बिगड़ैल कानून व्यवस्था को लेकर मौदहा पारा बाजीराव पारा के रहवासी लंबे समय कर रहे है विरोध

भाजपा पार्षद, कांग्रेस नेताओं ने भी बीते साल दर्ज कराई है आपत्ति, हाईकोर्ट तक का दरवाजा यातायात व्यवस्था को लेकर खटखटाए है स्थानीय रहवासी

रायगढ़। श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के अवसर पर हर वर्ष मीना बाजार शहर में आती हैं। इस बार 3 मीना बाजार लगाया जा रहा है, जिसमे बहुचर्चित सावित्री नगर स्थल है। आलम यह है कि तीनो मीना बाजार संचालकों द्वारा बैगेर अनुमति के ही लगा रहे है। ऐसे में बीते दिन नगर निगम प्रशासन ने उन्हें तथा भूस्वामियों को नोटिस थमाया था। इसके बावजूद नोटिस की धज्जियां उड़ाते हुए झूला लगकर तैयार कर लिया गया है । इसे लेकर अब प्रशासन की जमकर किरकिरी हो रही है।

दरअसल हर साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर झूला मनोरंजन मेले का आयोजन होता है। लेकिन यातायात दबाव स्थल चयन पर यह विवादों से लेकर विरोध के दायरे में आ जाता है। इस बार भी यह मेला लगाया जा रहा है। जिसमे इस बार 3- 3 मीना बाजार रायगढ़ में आए है।इस दफा भी यही परिस्थिति बन गई है। तीनों
मीना बाजार संचालकों ने बैगेर अनुमति के ही लगाए जा रहे है। अब तक कोई भी प्रशासनिक स्वीकृति नहीं दी गई है।बावजूद इसके मीना बाजार संचालक मनमानी कर रहे है। इसे देखते हुए बीते दिन नोटिस दिया हैं। नगर निगम द्वारा जारी की गई नोटिस में जमीन मालिक लाल कुमार पटेल एवं फन वर्ल्ड फेयर प्रबंधक तमन्ना हुसैन, जमीन मालिक लाल कुमार पटेल एवं फेंटेसी पार्क फन फेयर प्रबंधक कमाल आलमखान, के अलावा जमीन मालिक सौरभ एवं अग्रवाल डिज्नीलैंड प्रबंधक हुमायूं अंसारी को नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों के भीतर अनुज्ञा अनुमति दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। समय अवधि में अनुज्ञा अनुमती संबंधित साक्ष्य प्रस्तुत नही करने पर नगर निगम अधिनियम 1956 की धारा 253 एवं 254 के तहत कार्रवाई की जाने की बात कही गई हैं। देखा जाए तो यह नोटिस अब तक बेअसर है। तीनों स्थलों में झुला और बाजार पूरी तरह से तैयार हो गए है। वहीं स्थानीय लोग भी मीना बाजार का विरोध यातायात व्यवस्था मद्देनजर कर रहे है।यातायात की दृष्टि से भी यह क्षेत्र उचित नहीं बता रहे है। मंदिर मेला के समय दोपहर से लेकर रात तक जाम की स्थिति बनी रहती है। उन्होंने यह भी कहां की सावित्री नगर में मीना बाजार की अनुमति देना इस क्षेत्र की जनता के साथ अन्याय होगा। बहरहाल तीन दिन का समय बीत जाने के बाद इस मीना बाजार संचालक नोटिस का जवाब नही दिए है। ऐसे में इस पर नगर निगम प्रशासन क्या एक्शन लेती है यह भी देखना दिलचस्प होगा।

भाजपा पार्षद, कांग्रेस नेताओं ने भी बीते साल दर्ज कराए है आपत्ति

मीना बाजार को लेकर क्षेत्र के तत्कालीन भाजपा पार्षद प्रतिनिधि वर्तमान एमआईसी सदस्य व इसी क्षेत्र केपूर्व एल्डरमेन कांग्रेस नेता के साथ अन्य कांग्रेस नेताओं ने लोगो की समस्याओं को लेकर 10 बिंदुओं में ज्ञापन सौंपे थे। आवेदन के माध्यम से बताया कि क्षेत्र संवेदनशील होने के कारण भीड़ भाड़ असामाजिक तत्वो से शांति भंग हो जाती है। इस क्षेत्र में रेल्वे साईडिंग होने के कारण बड़ी-बड़ी ट्रको का आना जाना निरंतर जारी रहता है जिससे दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती हैं। मीना बाजार के बगल से ही शासकीय मंदिरा दुकान होने के कारण शराबखोरी, लूटपाट, महिलाओं से छेड़-छाड़ की घटनाएं सामान्य बात बन जाती हैं। फिलहाल इस वर्ष इस तरह का कोई भी विरोध होता नजर नही आ रहा है।

हाईकोर्ट तक का दरवाजा यातायात व्यवस्था को लेकर खटखटाए है स्थानीय रहवासी

मीना बाजार से सबसे ज्वलंत समस्या यातायात व्यवस्था बनती है। चर्च से मीना बाजार स्थल तक तथा मालधक्का अंडर ब्रिज सोनू मुड़ा मार्ग में जाम की स्थिति रहती है। मेला देखने आने वाले लोग जाम की वजह से रेलवे ब्रिज के उपर से जान जोखिम में डालकर आवाजाही पैदल करते है। जाम से लोगो का घर से निकलना तथा फंसे वाहनो के धूएं से परेशान रहते है इन वस्तु स्थिति को लेकर पिछले वर्ष स्थानीय लोगो ने हाईकोर्ट का दरवाजा तक खटखटाए थे। चुकी इस बार इस तरह स्थिति नही बन रही है जबकि अन्य कई लोग इस बार हाईकोर्ट इन्ही मुद्दे को लेकर जाने की मंशा बना रहे है।

आदेश की धज्जियां उड़ाने पर सोशल मीडिया में लोग कस रहे है तंज

मीना बाजार को लेकर शहरवासी से लेकर राजनीति से जुड़े लोग भी हर मौके को भुना रहे है। हर कोई अपने बातों केओ सोशल मीडिया में रखते हुए स्थल को लेकर चर्चा और प्रतिक्रिया दे रहे है। जिसमें वर्तमान में आयुक्त के नोटिस आदेश की धज्जियां उड़ाने को लेकर जमकर तीखे तौर पर तंज कसा जा रहा है। अनुमति नही होने के बाद भी बाजार लगने से लोगों ने इसे सांठगांठ तक होना बता रहे है।
नेताओं की चुप्पी पर भी प्रहार कर रहे है।

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