Monday, December 1, 2025
Google search engine
HomeBlogगोवर्धनपुर अस्थाई रपटा पुलिया से आवागमन बंद,अतिरिक्त खर्च के साथ पालीघाट से...

गोवर्धनपुर अस्थाई रपटा पुलिया से आवागमन बंद,अतिरिक्त खर्च के साथ पालीघाट से आवजाही बना परेशानी का सबब

गोवर्धनपुर अस्थाई रपटा पुलिया से आवागमन बंद,अतिरिक्त खर्च के साथ पालीघाट से आवजाही बना परेशानी का सबब

ट्रेलर मालिक कल्याण संघ मिले एसपी से समस्या निराकरण करने की किए मांग

बारिश के दिनों में आर्थिक नुकसान से क़िस्त से लेकर अन्य व्यवहारिक समस्याओं से जूझने को हुए मजबूर


रायगढ़ । पीडब्ल्यूडी विभाग और नगर निगम की उदासीनता से ट्रेलर मालिको को अपनी वाहनों को बारिश के दिनों में पालीघाट से घूममाकर लाने की मजबूरी हो गई है। गोवर्धनपुर पुलिया से आवागमन बंद होने का असर सीधे तौर पर ट्रेलर मालिको को पुराने भाड़ा पर अतिरिक्त सफर करने पर आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस पर शुरुआत से और वर्तमान दिन तक लगातार सभी सम्बंधित विभाग आवेदन -निवेदन करने बावजूद समाधन नही हो पाया है। ऐसे में हैरान परेशान ट्रेलर मालिक कल्याण संघ ने इसे लेकर एक बार फिर से एसपी से मिलकर आवागमन समस्याओं के निदान करने की मांग किए हैं।

गौरतलब हो कि रिंग रोड की तर्ज पर गोवर्धनपुर पुल से सीधे भारी वाहन शहर के ढिमरापुर पूर से दूसरे छोर बैगेर शहर प्रवेश कर आवागमन करती है। चूंकि 14 वर्ष पहले बनाये गए पुल के रख रखाव में उदासीनता बरती गई, यही वजह रहा कि 50 साल चलने वाली पुल महज 10 साल में ही जर्जरता का दंश झेलना आरंभ कर दिया। वर्तमान में पुल क्षतिग्रस्त होने पर हादसे की आशंका को लेकर आवागमन को प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। स्लैब की गुणवत्ता जांच में नदारद मिला है। ऐसे में पुल के नीचे ही अस्थाई मिट्टी का पुल कम ऊंचाई से बनाया गया है।
इन परिस्थितियों के बाद शासन ने ढाई करोड़ की राशि तक स्वीकृत की है। जिस पर स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी सेतु विभाग को प्राकल्लन तथा टेंडर की प्रक्रिया को पुरा की। टेंडर में कुछ कंपनी ने दिलचस्पी दिखाई थी। ततपश्चात निविदा बलरामपुर के एक ठेकेदार को ठेका मिला था। जब पीडब्ल्यूडी ने पूरी कुंडली ठीक को खंगाला तो उक्त स्लैब निर्माण का उसके पास अनुभव नही होना पाया गया। जिस पर ठेका को विभाग ने निरस्त कर दिया । वहीं, अब फिर से री टेंडर की प्रक्रिया में विभाग आगे बढ़ रहा है। इस तरह वर्ष 2025 के बजाए 2026 में पुल निर्माण होने की बात कही जा रही है। इधर मानसून आगमन होते ही केलो नदी का जलस्तर बढ़ने से अस्थाई मिट्टी से बने एप्रोच मार्ग डूबकर आवागमन बंद कर दिया हैं। जिससे आसपास के गांव और एक छोर से दूसरे छोर का संपर्क इस मार्ग से कट गया। वही उन्हें घूमकर आना जाना पड़ रहा है। बहरहाल पुल के जीर्णोद्धार नही होने से यह आवागमन में परेशानी का सबब बन गया। वाहनो के आवजाही को रोकने के लिए सड़क को खोद दिया गया है।ताकि वाहन उक्त क्षेत्र में प्रवेश न कर सके। वही आवागमन संपर्क टूटने से लोगो के साथ वाहन मालिकों में भारी नाराजगी है।

डीजल और समय के साथ अतिरिक्त व्यय परेशान गाड़ी मालिक

गोवर्धनपुर में बनाए गए मिट्टी का रपटा पुलिया बाढ़ कर चक्कर मे बंद होने पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में पुंजिपथरा से तमनार, हुकराडीपा चौक, धौराभाठा, हमीरपुर मार्ग है। यह करीब 60 से अधिक किलोमीटर का घुमावदार सड़क होगा। इससे डीजल और समय दोनो की बर्बादी होगी।इन परिस्थितियों से वाहन मालिक चिंतित है।

विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे है गाड़ी मालिक

देखा जाए तो जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी विभाग ने पुल जीर्णोद्धार निर्माण के शुरुआत में दिलचस्पी नही दिखाए। जबकि वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने लगातार सभी बैठक में बरसात से पूर्व वाले निर्माण कार्यो को प्राथमिकता के साथ करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद इस पर हिल हवाला किया गया। निर्माण के लिए ठेका व अन्य कार्यो में विलंब किया गया। यही वजह रहा कि आज वाहन मालिक अतिरिक्त व्यय से परेशान है।

अधिकारी वर्ग ने शुरुआती आशंका किए दरकिनार बढ़ी वाहन मालिको की मुसीबत,

ट्रेलर मालिक कल्याण संघ ने पूर्व में सौंपे गए आवेदन में गोवर्धनपुर पुलिया पर होने वाले आवागमन से सम्बंधित समस्या को विभिन्न विभागों में अवगत कराया था।
जिसमें बारिश के दिनों में आवाजाही प्रमुख तौर पर समस्या थी जिन्हें अवगत कराया गया। जिसे दरकिनार कर।दिया गया है। ऐसे में अब इसका असर वाहन मालिकों में पड़ने लगा है। इस तरह अधिकारी वर्ग ने ज़मीनी हकीकत को दरकिनार कर दिए और अब इसका भुगतान गाड़ी मालिको को उठाना पड़ रहा है।

वर्जन

हमारे द्वारा बरसात से पूर्व ही आवागमन की समस्याओं के मद्देनजर गोवर्धनपुर पुलिया से जुड़े सभी विभागों में आवेदन दिया गया था। लेकिन हमारी मांगों को दरकिनार कर दिया गया इसका असर अब बारिश के दिनों में वाहनों को घुमाकर लाने से आर्थिक नुकसान डीजल व्यय,अतिरिक्त खर्चे के साथ उठाना पड़ रहा है। हमारी सुनने वाला कोई नहीं है। करे तो अब क्या करें। जल्द ही वित्त मंत्री ओपी चौधरी से मिलकर समस्या को उनके समक्ष रखेंगे।

संतोष सिंह, ट्रांसपोर्टर गाड़ी मालिक

वर्जन

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बरसात से पहले सभी निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है। इसके बावजूद नगर निगम और जिला प्रशासन तथा निर्माण करने वाली विभाग पीडब्ल्यूडी अपने ही ढ़र्रे में चलते हुए गोवर्धनपुर निर्माण की भुला दिए है। इसका असर हम ट्रांसपोर्टरों को उठाना पड़ रहा है। पाली घाट के खतरनाक मोड़ में वाहनों की दुर्घटना होने से अतिरिक्त समय लग रहा है।

के व्ही गोयल, ट्रांसपोर्टर गाड़ी मालिक

वर्जन

रायगढ़ ट्रेलर कल्याण संघ के बैनर तले मार्च माह में आवेदन दिया गया था। पूरी वस्तु स्थिति को प्रशासन के पास रखा गया था। जबकि पहले प्रशासन ने पुल को लेकर राशि स्वीकृत तथा निरीक्षण भी कर चुके थे। उसके बावजूद कोई प्रभावी कार्रवाई नही की गई । अस्थाई मिट्टी के पल में भी कई दफा गाड़ियों के फंसने बने की शिकायत आई थी जिस पर भी हमें अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ा। अब कई अतिरिक्त किलोमीटर अधिक घूमना पड़ रहा है। हमें आवाज ही के लिए शहर में काम से कम कुछ घंटे का समय दिया जाना चाहिए ताकि हम आर्थिक कठिनाइयों से बच सके।

सुधीर सिंह, अध्यक्ष ट्रेलर कल्याण संघ

मनोज यादव, ट्रांसपोर्टर

spot_img
spot_img

JANKARM DAILY EPAPER

Recent Artical