न्यू मरीन ड्राइव प्रोजेक्ट के लिए वार्ड नं 29 जेलपारा प्रगति नगर में बुलडोजर से तोड़फोड़ की कार्यवाही शुरु
पुलिस कप्तान की अगुवाई में सैकड़ों की तादाद में पुलिस बल मौजूद, प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद, क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण
विपक्ष भी नहीं बन पाया आम लोगों की आवाज, केवल सोशल मीडिया पर जता रहे विरोध
वार्ड नंबर 29 प्रगति नगर जेल पारा मोहल्ले में प्रस्तावित मरीन ड्राइव के लिए घरों को तोड़ने को लेकर शुक्रवार सुबह से बवाल मचा हुआ है। आज सुबह नगर निगम की टीम घरों को तोड़ने आधा दर्जन बुलडोजर, ट्रैक्टर को साथ लेकर मोहल्ले पहुंची, जेलपारा और प्रगति नगर इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है मौके पर पुलिस अधीक्षक सहित अन्य बड़े अधिकारी भी पहुंचे हैं। भारी तनाव के बाद भी घरों में बुलडोजर चलाकर कब्जा को हटाया जा रहा है।
विदित हो कि नगर निगम ने लगभग 100 से अधिक घरों को तोड़े जाने का नोटिस जारी किया है, इस मामले को लेकर कल दिन भर मोहल्ले वासी निगम एवं अधिकारियों के चक्कर लगाते रहे फिर देर रात मोहल्ले वासियों ने कलेक्टर बंगले पहुंच कर अपना विरोध दर्ज करवाया एवं रात को ही कलेक्टर से मिलने की जिद में उनके निवास के सामने बैठ गए। भारी विरोध भी कुछ काम नहीं आया और अंततः आज सुबह निगम की टीम घरों को तोड़ने पहुंची और अब तक 2 दर्जन से ज्यादा घरों को तोड़ने कि कार्यवाही शुरु हो चुकी है।
विपक्ष भी नहीं बन पा रहा आम लोगों की आवाज, केवल सोशल मीडिया तक विरोध
आमतौर पर देखा जाता है कि शासन प्रशासन द्वारा यदि किसी प्रकार का भी आमजन की अपेक्षाओं के विरुद्ध जाकर कोई कार्य किया जाता है तो विपक्ष सड़क पर उतरकर उनकी आवाज बनकर मोर्चा संभालता है परंतु रायगढ़ में विपक्ष की भूमिका हमेशा ही संदिग्ध नजर आती रही है इस मामले पर भी आज यही देखा गया जहां पर लोगों में सबसे ज्यादा आज विपक्ष के नेताओं की ओर थी उसे समय विपक्ष के लगभग सभी बड़े नेता नदारत नजर आए और सोशल मीडिया पर केवल चार लाइन लिखकर इस मामले से इतिश्री कर ली गई है कुछ लोगों ने तो यहां तक भी लिखा है कि जिला मुख्यालय से दूर जाकर यदि नेतागिरी करनी होती है तो विपक्ष तुरंत नजर आ जाता है और अपने मुख्यालय में यदि किसी प्रकार का भी विरोध किया जाना होता है तो वहां पर विपक्ष गायब नजर आता है।
महिला कांग्रेस ने किया विरोध
मकानों को टूटता देख मोहल्ले की महिलाओं का आक्रोश फूट पड़ा। महिला कांग्रेस की कुछ कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुँचकर बुलडोज़र के सामने खड़े होकर कार्रवाई का विरोध किया। प्रशासन के समक्ष महिलाओं ने नारेबाज़ी करते हुए स्पष्ट कहा कि पहले पुनर्वास कीजिए उसके बाद आगे की कार्रवाई करें परंतु महिला कांग्रेस का विरोध भी कुछ काम नहीं आया और प्रशासन द्वारा छुटपुट विरोध पर लगाम लगाने के बाद लगातार तोड़फोड़ की कार्यवाही जारी है





