शहर में नशे का बढ़ता जाल: खुलेआम बिक रहा मौत का समान , नाबालिगों एवं युवाओं की जिंदगी हो रही बर्बाद…
नशे की लत से गंभीर अपराधो में हो रहा इजाफा, पुलिस प्रशासन को लगातार करनी होगी त्वरित और कड़ी कार्यवाही
नशा सेवन के सार्वजनिक स्थान को चिन्नांकित कर लगातार पेट्रोलिंग एवं कार्यवाही की है आवश्यकता

रायगढ़/ रायगढ़ जिले में मेडिकल नशे का अवैध कारोबार तेजी से फैल रहा है। शहर के विभिन्न इलाकों में खुलेआम नशीली दवाओं, कैप्सूल, सिरप, इंजेक्शनों, सुलेशन और गांजा जैसी घातक नशीली सामग्रियों की बिक्री हो रही है। चौक-चौराहों, गलियों, मेडिकल स्टोर्स और कबाड़ी दुकानों तक यह नशा आसानी से उपलब्ध हो रहा है। इस बढ़ते जाल में मासूम और नाबालिग बच्चे सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं। नशे की लत के कारण इन बच्चों की आपराधिक प्रवृत्तियां बढ़ रही हैं, जिससे चोरी, लूटपाट और मारपीट जैसी घटनाओं में इजाफा हो रहा है।
शहर में नशे का कारोबार इस हद तक बेलगाम हो चुका है कि अब मासूम बच्चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। मेडिकल स्टोर्स, चौक-चौराहों और गली-कूचों में प्रतिबंधित कफ सिरप, नशीले इंजेक्शन और दवाएं धड़ल्ले से बेची जा रही हैं। जिम्मेदारों की उदासीनता और लचर कार्यशैली के कारण यह गोरखधंधा बिना किसी डर के जारी है।
सोशल मीडिया में भी ग्रुप में भी नशे पर कार्यवाही को लेकर खूब चर्चा हो रही है। नागरिकों और पत्रकारों का कहना है कि इस अवैध कारोबार की जानकारी क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों को भी है, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के कारण कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है। मेडिकल स्टोर्स को नियमों के तहत दवाएं बेचने की अनुमति होती है, लेकिन कई दुकानों को लाइसेंस देने में अनियमितताएं बरती जा रही हैं जिससे यह मेडिकल नशे का अवैध कारोबार लगातार फल-फूल रहा है, इसकी जड़ों तक पहुंच कर सच्चाई का पता लगाकर ऐसे नशा बेचने वाले समाज के दुश्मनों और नाबालिक एवं युवाओं को नशे के दलदल में फसाने वालों के ऊपर तत्काल सख्त से सख्त कार्रवाई की आवश्यकता एक लंबे अरसे से महसूस की जा रही है।
शहर में शराब से भी खतरनाक बटरम इंजेक्शन का नशा तेजी से बढ़ रहा है। शाम को प्रमुख मंदिरों, खेल मैदानों और सार्वजनिक स्थलों के आसपास नशेड़ियों की टोलियां देखी जा सकती हैं, जिनमें युवा और युवतियां भी शामिल हैं। यह नशा व्यक्ति के मानसिक संतुलन को बिगाड़ देता है और उसे अपराध की ओर धकेल देता है। नशे की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण शहर में चाकूबाजी, लूटपाट और गुंडागर्दी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं जिससे क्रीम का ग्राफ भी बढ़ता हुआ नजर जा रहा है। स्थानीय लोग लगातार इस समस्या के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
बहरहाल अगर जल्द ही इस पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले समय में रायगढ़ नशे और अपराध का केंद्र बन सकता है। लोगों की मांग है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान दें और नशे के इस अवैध धंधे में लिप्त लोगों पर कठोर कार्रवाई करें।




