शहर के पास पौधरोपण के लिए जमीननहीं,तमनार व घरघोड़ा के जंगलों में किया पौधरोपणशहरी में प्रदूषण ज्यादा लेकिन वन विभाग को नहीं मिल रही जमीनरायगढ़। उद्योग नगरी के शहरी इलाके में प्रदूषण की मार ’यादा है लेकिन यहां पर भू माफियाओं के अतिक्रमण के कारण प्रशासन को पौधरोपण के लिए भी जमीन नहीं मिल पा रही है। ऐसे में वन विभाग तमनार व घरघोड़ा के जंगलों में पौधरोपण कर जिले में हरियाली लाने का दावा कर रहा है।हर साल मानसून में विभाग द्वारा हरियाली लाने वृहद स्तर पर पौधरोपण किया जाता है। इस साल भी जुलाई माह में विभाग ने 22 हजार 6&9 पौधे रोपे हैं, लेकिन जहां इन पौधों को रोपने की आवश्यकता थी उन क्षेत्रों को विभाग ने नजर अंदाज कर दिया है। कहने को तो पूरा रायगढ़ वन मंडल अपना है, लेकिन विभाग ने सिर्फ दो ब्लॉक में ही पौधरोपण हर खानापूर्ति की है। विभाग द्वारा तमनार ब्लॉक के कोडक़ेल में 784 रिजर्व फॉरेस्ट में ढाई हेक्टेयर में 1000 फलदार पौधे रोपे गए हैं। जबकि घरघोड़ा ब्लॉक के बैगाबहरी पुसल्दा नारंगी वन क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों पर &.46 हेक्टेयर में & हजार 560 व 17.590 हेक्टेयर में 18 हजार 79 फलदार और छायादार पौधे रोपे गए हैं। दोनों ही जंगलों में रोपित पौधों में सागौन, आंवला, महुआ, हर्रा, जामुन, नीम व आदि पौधे शामिल हैं। जानकारों की मानें तो जंगल में पहले से ही हरियाली है, पौधों की जरूरत शहरी क्षेत्र में है। क्योंकि शहर के चारों दिशाओं में जर्जर सडक़ों के अलावा कोल वॉशरी,कोल डिपो व रेलवे साइडिंग के अलावा उद्योगों में चलने वाले वाहन भी चलते हैं। वहीं कई उद्योग भी शहर से लगे हुए हैं। जिनकी वजह से पूरा शहरी क्षेत्र प्रदूषण की मार झेल रहा है। , लेकिन विभाग द्वारा रायगढ़ वन मंडल का नाम लेकर बिहड़ जंगल में पौधे लगा कर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।इस बार मनरेगा और विभागीय मद से नहीं मिला लक्ष्य
पिछले साल विभाग को कैम्पा मद से 1 हजार 9&8, मनरेगा मद से 25 हजार 976 और कृष्ण कुंज में 200 कुल 28 हजार 114 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था। जबकि इस साल विभाग को मनरेगा मद और विभागीय मद दोनों से ही लक्ष्य नहीं मिला। इस साल विभाग को सिर्फ कैंपा मद से ही 22 हजार 6&9 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था, जो विभाग रोपित करने का दावा कर रही है। इस तरह विभाग पिछले साल के लक्ष्य को भी पार नहीं कर सका।
वन महोत्सव के तहत शासकीय विभागों को बांटे 950 पौधे
वन विभाग द्वारा वन महोत्सव के तहत इस साल शासकीय विभागों को सिर्फ 950 पौधे ही बांटे गए हैं। जिन्हें स्कूल कैंपस, पंचायतों, विभागों इत्यादि स्थानों पर रोपा गया है। सूत्रों की मानें तो इसका कोई लक्ष्य नहीं रहता है विभागों की ओर से जितना डिमांड आता है उतने पौधे उन्हें वितरित किए जाते हैं।शहरी क्षेत्र में पौधरोपण का अधिकार निगम को है : डीएफओ
शहरी क्षेत्र में पौधरोपण के संबंध में डीएफओ स्टाइलो मंडावी ने कहा कि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। शहरी क्षेत्र में नगर निगम पौधरोपण करती है। इनका क्षेत्र जंगल है इसलिए जंगल में पौधरोपण किया गया है। बात रही पौधा लगाने की तो शहर में अगर उन्हें पौधे लगाने के लिए जगह मिल जाती है तो उनके पास नर्सरी में पौधे भी तैयार हैं। विभाग को पौधे लगाने में किसी तरह का कोई हर्ज नहीं है।